उप्र में सपा नेता शफीकुर्रहमान बर्क की अपील का नहीं दिखा असर, सभी मदरसों में मुस्लिम छात्र-छात्राओं ने किया योग

मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का कहना है कि योग अच्छी चीज है, इसे लेकर सियासत नहीं होनी चाहिए

Update: 2023-06-21 11:43 GMT

लखनऊ/वेबडेस्क।  अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर बुधवार को उत्तर प्रदेश के मदरसों में भी सभी मुसलमान छात्रों ने बड़े उत्साह के साथ योग दिवस मनाया। सभी मदरसों में योग दिवस पर विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। राज्य के मुस्लिम छात्रों पर माजवादी पार्टी नेता शफीकुर्रहमान बर्क की अपील का कोई असर नजर नहीं आया।जिसमे उन्होंने मसुलिम छात्र-छात्राओं से मदरसों में योग न करने की अपील की थी।  

राजधानी लखनऊ के दारुल उलूम वारसिया मदरसे में योग दिवस पर मदरसों के बच्चों ने योगाभ्यास किया।  वहीँ वाराणसी,के मदरसा दायरतुल इस्लाह चिरागे उलूम, रसूलपुरा में प्रबंधक रिजवान अहमद व प्रधानाचार्य महफूजुर्रहमान के साथ छात्राओं ने भी योग किया। इस दौरान प्रबंधक रिजवान अहमद ने कहा कि अन्तराष्ट्रीय योग दिवस इस बार दुनिया भर में हर वर्ष की तुलना में काफी उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। अधिक से अधिक लोग योग के महत्व को समझ रहे हैं और इसे अपने जीवन में उतार रहे है।

योग पर सियासत गलत - 

सपा नेता शफीकुर्रहमान बर्क की मदरसों में मुस्लिम छात्रों द्वारा योग करने पर आपत्ति पर उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के चेयरमैन डॉ. इफ्तिखार अहमद जावेद ने मीडिया से कहा कि योग किसी धर्म की विषयवस्तु नहीं है। आज दुनिया में 200 के करीब देश योग को अपना चुके हैं, इनमें 54 मुस्लिम राष्ट्र भी शामिल हैं। ऐसे में योग को किसी धर्म से जोड़ते हुए उसका विरोध करना बिल्कुल गलत है।वहीँ मदरसे में पढ़ने वाले बच्चों का कहना है कि योग अच्छी चीज है, इसे लेकर सियासत नहीं होनी चाहिए।

16513 मान्यता प्राप्त मदरसों में हुआ योग -  

बता दें की ऊपर में कुल 16513 मान्यता प्राप्त मदरसे है जिनमें 18 लाख बच्चे पढ़ते हैं। उप्र मदरसा बोर्ड ने इन अभी मदरसों में 21 जून को योगाभ्यास के आदेश दिए थे। जिसके बाद आज सभी जिलों में स्थित मदरसों में योग कराय गया।  

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