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श्रमदान के बाद खिलखिला उठा भरत की तपोस्थली का सरोवर

जुनून और संकल्प की मिसाल देखनी हो तो चले आइए रामनगरी अयोध्या में स्थित भरत की तपोभूमि भरतकुंड पर

Update: 2022-06-12 12:10 GMT

अयोध्या/ओम प्रकाश सिंह। जुनून और संकल्प की मिसाल देखनी हो तो रामनगरी अयोध्या में स्थित भरत की तपोभूमि भरतकुंड पर आइए। भरतकुंड सेवा समिति एवं नंदीग्राम आरती सेवा समिति के नौजवानों, बुजुर्गों ने जलकुंभी एवं गंदगी से भरे पौराणिक भरतकुंड सरोवर को श्रमदान कर निर्मल बना दिया। अब इसकी छटा देखते ही बन रही है। इस नेक कार्य की चर्चा चंहुओर हो रही है। समिति के लोगों का जुनून देखकर जिलाधिकारी अयोध्या ने भी सफाई कर्मियों को इस कार्य में लगा दिया था।


राम की नगरी अयोध्या जो पूरे विश्व के केंद्र बिंदु में है। अयोध्या परिक्षेत्र में भगवान श्री राम के अनुज, महान तपस्वी, त्यागवान महात्मा भरत जी कीअऔ तपोस्थली नंदीग्राम भरतकुंड स्थित पौराणिक भरत सरोवर का बहुत विशेष महत्व है। कहा जाता है कि नंदीग्राम में 14 वर्ष की तपस्या के समय में भरत जी प्रतिदिन इस सरोवर में स्नान करते थे तथा पुनः समाधि में लीन हो जाते थे । प्रतिवर्ष चैत्र कृष्ण पक्ष चतुर्दशी को यहां विशाल मेले का आयोजन होता है । लगभग पूरे देश से लाखों श्रद्धालु भरत सरोवर में स्नान करने तथा भरत जी की तपोस्थली एवं श्री राम चरण पादुका का दर्शन करने के लिए आते हैं।

विगत करीब डेढ़ साल से ग्राम पंचायत की उपेक्षा के कारण सरोवर जलकुंभी एवं गंदगी से पट गया था, स्नान करना तो दूर आचमन भी संभव नहीं था। सरोवर की मछलियां लगातार मर रही थी। क्षेत्रवासियों एवं बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। बार-बार सूचना देने पर भी प्रशासन मौन बना हुआ था। नंदीग्राम भरतकुंड आरती सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं पूर्व प्रधान, सदस्य क्षेत्र पंचायत रामकृष्ण पाण्डेय, भरतकुंड सेवा समिति के प्रबंधक अम्बरीष चंद्र पांडे ने प्रशासन को तथा स्थानीय विधायक को भी पत्र लिखा। संयोग था कि इसी बीच बीकापुर तहसील दिवस के दौरे से लौट रहे डीएम अयोध्या नीतीश कुमार ने भरत सरोवर की दशा देखी और तत्काल संबंधित प्रशासन एवं अधिकारियों को भरतकुंड पर ही तलब कर लिया और तत्काल सफाई का आदेश दे दिया।

सरोवर की पहले की स्थिति 

सरोवर से जलकुंभी निकालने हेतु भरतकुंड सेवा समिति और नंदीग्राम भरतकुंड आरती सेवा ट्रस्ट सामने आया जिसने प्रतिदिन सुबह छ बजे से आठ बजे तक श्रमदान का आवाह्न किया। पूरे दिन पानी में काम करने के लिए प्रशिक्षित लेबर नियुक्त किए। घाटों से जलकुंभी को दूर ले जाने के लिए जिले के कई ब्लॉकों से सफाई कर्मचारी लगाए गए। इस तरह भरत सरोवर का निर्मलीकरण अभियान प्रारंभ हो गया यह अभियान अब अपने अंतिम चरण में है और संपूर्णता की तरफ है। सफाई के बाद सरोवर की छटा देखते ही बन रही है।

श्रमदान में प्रमुख रूप से पूर्व प्रधान, सदस्य क्षेत्र पंचायत नंदीग्राम भरतकुंड आरती सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष रामकृष्ण पाण्डेय के नेतृत्व में भरत कुंड सेवा समिति के प्रबंधक एवं भरतकुंड महोत्सव न्यास के उपाध्यक्ष अम्बरीष चंद्र पांडेय, भरतकुंड सेवा समिति के उपाध्यक्ष एवं सभासद अश्वनी कुमार तिवारी, इंजीनियर अमर सिंह, भरतकुंड महोत्सव न्यास अध्यक्ष अंजनी कुमार पाण्डेय, रोहित शर्मा, शुभम शर्मा, सतीश चंद्र पाण्डेय, बुद्धूलाल निषाद, समाजसेवी काजल पाठक, चंदन शर्मा, सचिन तिवारी, चंदन शर्मा, आशीष कोटेदार, दीपक शर्मा, सुधीर नैपुरा, शिवम शर्मा, दिवाकर शर्मा, शानू शर्मा, पांडे भाई, धीरेंद्र सिंह, वसीम खान, राजकिशोर पांडेय के साथ अनेक लोग तथा स्थानीय निवासी भी शामिल हुए।

भरत कुंड को सुंदर बनाने में जिलाधिकारी नीतीश कुमार, डीसी मनरेगा नागेन्द्र मोहन राम त्रिपाठी, डीपीआरओ शीतला प्रसाद सिंह, एडीओ पंचायत जीशान हैदर, जेई नरेगा अनिल यादव, सचिव नंदीग्राम जितेंद्र वर्मा एवं अन्य अधिकारियों/कर्मचारियों का विशेष सहयोग प्राप्त हुआ है। घाटों से जलकुंभी हटाने में के सफाई कर्मचारियों का सराहनीय सहयोग रहा।

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