अयोध्या के बाद अब काशी की बारी! देव दीपावली पर 84 घाटों पर जगमगाएंगे 25 लाख दीये

Update: 2025-10-27 05:25 GMT

3D मैपिंग और लेजर-शो से नहाएगी महादेव की नगरी

महादेव की नगरी काशी कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली के स्वागत में एक बार फिर रोशनी का समंदर बनने को तैयार है। गंगा के अर्धचंद्राकार घाटों पर इस बार 25 लाख दीयों की अभूतपूर्व सजावट के साथ लेजर शो, पर्यावरण अनुकूल आतिशबाजी और 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग का अद्भुत संगम होगा।

परंपरा और आधुनिक तकनीक का मेल

परंपरा और आधुनिक तकनीक का यह अनोखा मेल न केवल श्रद्धालुओं को मोहित करेगा, बल्कि काशी को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर नई ऊंचाई देगा। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि 3 से 5 नवंबर तक चलने वाले इस तीन दिवसीय उत्सव में चेत सिंह घाट और गंगा द्वार घाट पर अत्याधुनिक 3डी प्रोजेक्शन मैपिंग एवं लेजर शो का आयोजन किया जाएगा। “यह शो गंगा, काशी और देव दीपावली की पौराणिक कथाओं को आधुनिक तकनीक से जोड़ते हुए प्रस्तुत करेगा, जो श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा,” उन्होंने कहा।कुल 25 मिनट के इस दृश्य अनुभव में 17 मिनट प्रोजेक्शन मैपिंग और 8 मिनट लेजर शो शामिल होगा, जिसमें भगवान शिव, गंगा और वाराणसी के ऐतिहासिक प्रसंगों पर आधारित झांकियां संवाद व संगीत के साथ जीवंत हो उठेंगी।

दीयों की लौ से जगमगाएंगे 84 घाट

पर्यटन विभाग के अनुसार, देव दीपावली पर काशी के 84 घाटों पर 25 लाख दीये प्रज्वलित किए जाएंगे। इनमें 10 लाख दीए राज्य सरकार द्वारा और शेष स्थानीय समितियों के सहयोग से जलाए जाएंगे। गंगा के तटों पर यह रोशनी का सैलाब न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनेगा, बल्कि पर्यटकों को भी आकर्षित करेगा।‘देवों की दिवाली’ के रूप में मनाए जाने वाले इस पर्व पर गंगा जल में दीयों का प्रतिबिंब ऐसा दृश्य रचेगा, मानो स्वर्ग उतर आया हो।

आतिशबाजी से रोशन होगा आकाश

आयोजन की भव्यता को बढ़ाने के लिए डेढ़ किलोमीटर के क्षेत्र में 10 मिनट का कोरियोग्राफ्ड फायर क्रैकर्स शो भी होगा। पर्यावरण-अनुकूल ‘ग्रीन क्रैकर्स’ और कंप्यूटर नियंत्रित तकनीक से संचालित यह शो औसतन 200 मीटर ऊंचाई तक रोशनी बिखेरेगा। विभागीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह प्रदर्शन प्रदूषण-मुक्त होगा, जो काशी की पवित्रता को बनाए रखते हुए उत्सव को विश्वस्तरीय बनाएगा।

गंगा महोत्सव से शुरू होगा उत्सव का सफर

देव दीपावली से ठीक पहले 1 से 4 नवंबर तक ‘गंगा महोत्सव’ का आयोजन होगा, जिसमें स्थानीय व राष्ट्रीय कलाकार संगीत, नृत्य और पारंपरिक प्रस्तुतियों से काशी की सांस्कृतिक धरोहर को जीवंत करेंगे।पर्यटन सूचना अधिकारी नितिन कुमार द्विवेदी ने बताया कि घाटों की सफाई, सजावट और प्रकाश व्यवस्था पर तेजी से काम चल रहा है। यह महोत्सव काशी की आध्यात्मिकता और कला की झलक पेश करेगा।

10 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक काशी

प्रशासन का अनुमान है कि इस वर्ष 10 लाख से अधिक श्रद्धालु और पर्यटक काशी पहुंचेंगे। सुरक्षा के मद्देनजर घाटों पर सीसीटीवी निगरानी, ड्रोन सर्विलांस और भारी पुलिस बल तैनात किया जाएगा। ट्रैफिक प्रबंधन, स्वच्छता और चिकित्सा सुविधाओं पर भी विशेष ध्यान दिया गया है, ताकि हर आगंतुक को सुरक्षित व सुखद अनुभव मिले।

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