भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट: अब 99% भारतीय एक्सपोर्ट पर नहीं लगेगा टैक्स, किसानों-युवाओं को बड़ा फायदा…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लंदन यात्रा के दौरान भारत और ब्रिटेन के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर होने से अब 99% भारतीय एक्सपोर्ट पर टैरिफ खत्म होगा, जिससे किसानों, युवाओं और उद्योगों के लिए नए अवसर खुलेंगे। इस ऐतिहासिक समझौते को दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को नई ऊंचाई देने वाला कदम माना जा रहा है।
यह समझौता करीब 3 साल की लंबी बातचीत और 13 दौर की चर्चा के बाद संभव हो पाया। अंतिम दौर में कानूनी समीक्षाएं और ऑटोमोबाइल सेक्टर पर टैरिफ में रियायत जैसे मुद्दों को सुलझाने के बाद इसे अंतिम रूप दिया गया।
समझौते पर हस्ताक्षर के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा,
“भारत और ब्रिटेन के संबंध आज ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच चुके हैं। यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट न केवल व्यापार को बढ़ावा देगा, बल्कि भारत के किसानों, युवाओं और उद्यमियों को भी नए अवसर प्रदान करेगा।”
प्रधानमंत्री के मुताबिक, भारत के वस्त्र, जूते, रत्न, आभूषण, समुद्री और कृषि उत्पादों को ब्रिटेन के बाजार में अब आसान पहुंच मिलेगी, क्योंकि 99% एक्सपोर्ट आइटम्स पर ड्यूटी नहीं लगेगी।
किसानों और मछुआरों को मिलेगा लाभ
वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, जो प्रधानमंत्री के साथ इस यात्रा में शामिल थे, ने बताया कि इस समझौते से किसानों और मछुआरों को सीधा लाभ मिलेगा। 95% से अधिक कृषि उत्पाद अब ब्रिटेन को ड्यूटी-फ्री निर्यात किए जा सकेंगे। साथ ही 99% समुद्री उत्पादों पर भी कोई शुल्क नहीं लगेगा।
ब्रिटिश पीएम ने इसे बताया 'सबसे अहम व्यापार करार'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस समझौते को यूरोपीय यूनियन से अलग होने के बाद ब्रिटेन का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण व्यापारिक करार बताया। उन्होंने कहा कि यह करार नौकरियों में वृद्धि, महंगाई में राहत और दोनों देशों की जनता के लिए बेहतर जीवनस्तर लाने में मदद करेगा।
भारत को क्या फायदा?
- 99% टैरिफ लाइनों पर शुल्क समाप्त, जिससे भारत का टेक्सटाइल, फुटवियर, मछली, कृषि उत्पाद, खिलौने, खेल सामग्री और रत्न-आभूषण निर्यात बढ़ेगा।
- अनुमान है कि भारत का निर्यात तेजी से बढ़ेगा, खासकर श्रम-प्रधान क्षेत्रों में।
- भारतीय युवाओं को ब्रिटेन में शिक्षा और रोजगार के नए अवसर मिलेंगे।
ब्रिटेन को क्या मिलेगा?
- ब्रिटिश उत्पादों पर औसत टैरिफ 15% से घटाकर 3% किया जाएगा।
- सॉफ्ट ड्रिंक्स, कॉस्मेटिक्स, कार और मेडिकल उपकरणों की भारत में बिक्री सस्ती होगी।
- व्हिस्की पर टैरिफ 150% से घटाकर 75% और 10 वर्षों में 40% तक किया जाएगा।
सालाना व्यापार £25.5 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद
ब्रिटिश उच्चायोग की रिपोर्ट के अनुसार, यह समझौता दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय व्यापार को सालाना £25.5 अरब तक बढ़ा सकता है। अनुमान है कि इससे ब्रिटेन का भारत को निर्यात 60% तक बढ़ेगा और दोनों देशों की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह फ्री ट्रेड एग्रीमेंट केवल व्यापार नहीं, बल्कि दो लोकतांत्रिक देशों की साझेदारी को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह किसानों, उद्यमियों, मछुआरों, छात्रों और आम नागरिकों सभी के लिए नए अवसरों के दरवाजे खोलता है।