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सुकमा : पैसेंजर ट्रेन डिरेल, बाल-बाल बचे यात्री

Update: 2018-08-09 08:43 GMT

दंतेवाड़ा। सुकमा जिले के कोंटा इलाके में मुठभेड़ में 15 साथियों को मौत के घाट उतारे जाने से बौखलाए नक्सलियों ने बीती रात दंतेवाड़ा जिले में जहां दो यात्री बस एवं एक ट्रक को आग के हवाले कर दिया, वहीं कामालूर स्टेशन के पास पटरी उखाड़ दी, जिससे किरंदुल-वाल्टेयर पैसेंजर का इंजन एवं एक डिब्बा पटरी से उतर गया। चूंकि रेलगाड़ी की रफ्तार धीमी थी| इसीलिए ट्रेन में सवार यात्री बाल-बाल बच गए। हालांकि कुछ यात्रियों को मामूली चोटें आयी हैं।

रेलवे सूत्रों के अनुसार जगदलपुर से किरंदुल जा रही पैसेंजर ट्रेन के चालक को यह सूचना मिल गयी थी कि नक्सलियों ने गमावाड़ा के निकट 3 वाहनें जला दी हैं। इसके अतिरिक्त सुरक्षा कारणों से पूर्व से ही रेलवे एहतियात बरतते हुए इस इलाके में अत्यंत ही धीमी रफ्तार से रेलगाड़ियाें का परिचालन कर रहा है। संभवत: इसीलिए कोई बड़ा हादसा नहीं घट पाया, न ही ट्रेन पलट पायी। सूत्रों के अनुसार पैसेंजर में 300 से अधिक यात्री सवार थे।

आरपीएफ और अन्य सुरक्षा बलों की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं| रात में ही यात्रियों को सुरक्षित निकालकर दंतेवाड़ा लाया गया। किरंदुल से रिलीव ट्रैन मौके पर पहुंच चुकी है और युद्धस्तर पर संधारण कार्य किया जा रहा है। रेलवे सूत्रों ने देर शाम तक यातायात बहाल होने की उम्मीद जताई है। इस घटना के बाद किरंदुल-विशाखापटनम मार्ग पर रेल यातायात पूरी तरह ठप हो गया है, जिससे रेलवे को करोड़ों रुपये की क्षति पहुंची है।

उल्लेखनीय है भांसी से दंतेवाड़ा के मध्य नक्सली दर्जनों बार रेल पटरियां उखाड़ कर रेलवे को करोड़ों की चपत लगा चुके हैं। बावजूद इन चिन्हित स्थलों में रेलवे प्रबंधन आज तक सुरक्षा के कोई स्थायी उपाय नहीं ढूंढ पाया है।

गौरतलब है कि जिले के धुरली और गमावाड़ा के बीच में बुधवार की रात नक्सलियों ने दो यात्री बसों के अलावा एक ट्रक को जला दिया। बैलाडिला से राजधानी ट्रेवल्स और दुबे ट्रेवल्स की बसें जगदलपुर की ओर निकली थीं। इसी दौरान लगभग दो दर्जन हथियारबंद नक्सलियों ने इन्हें रास्ते में रोक लिया। सर्वप्रथम बस की तलाशी ली| बाद में सभी यात्रियों, चालक-परिचालक को बस से नीचे उतारा और डीजल टैंक फोड़कर उसमें आग लगा दी। आगजनी में बस जलकर पूरी तरह खाक हो गयी है। नक्सलियों ने बस ड्राईवर-कंडक्टर का मोबाइल भी लूट लिया। इसी बीच पीछे से आ रहे एक ट्रक को नक्सलियों ने रुकवाया और उसे भी आग के हवाले कर दिया।

मौके पर नक्सलियों ने कुछ बैनर पोस्टर भी बांधे हैं, जिनमें लिखा है कि बस्तर में हो रही मुठभेड़ और बैलाडिला की खदानों के निजीकरण का विरोध किया जाए। 

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