MP News: जीतू पटवारी ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ FIR के लिए थाने में दिया आवेदन, कांग्रेस नेताओं की पुलिस से हुई बहस
जीतू पटवारी ने मंत्री विजय शाह के खिलाफ FIR के लिए थाने में दिया आवेदन
Minister Vijay Shah controversial statement : मध्यप्रदेश। मंत्री विजय शाह के खिलाफ FIR के लिए कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने थाने में आवेदन दिया है। भोपाल में अपने समर्थकों और अन्य नेताओं के साथ श्यामला हिल्स थाने पहुंचे जीतू पटवारी और अन्य नेताओं की पुलिस से बहुत देर तक बहस हुई। पुलिस अधिकारी, कांग्रेस नेताओं को कानूनी विषय समझाते रहे और कांग्रेस नेता एफआईआर लिखवाने की जिद करते रहे।
कांग्रेस ने बताया कि, आज (14 मई) भोपाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने श्यामला हिल्स पुलिस थाने में मंत्री विजय शाह के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने हेतु आवेदन दियाI कर्नल सोफिया कुरैशी का अपमान देश की सेना का अपमान हैI पूरा देश इस बयान से आहत हैI इस दौरान पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पीसी शर्मा, संगठन उपाध्यक्ष सुखदेव पांसे, राष्ट्रीय सचिव कुणाल चौधरी, विधायक आरिफ मसूद समेत कई नेता मौजूद थे।
कर्नल सोफिया कुरैशी पर विवादित टिप्पणी के बाद मंत्री विजय शाह के खिलाफ कांग्रेस ने मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस पार्षद यशस्वी पटेल ने तो घोषणा कर दी है कि, मंत्री शाह का मुंह काला करने वाले को 51 हजार का इनाम दिया जाएगा। कर्नल सोफिया कुरैशी पर अनर्गल टिप्पणी के चलते कांग्रेस लगातार मंत्री विजय शाह से इस्तीफे की मांग कर रही है।
बीती रात मंत्री विजय शाह का वीडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस नेता उनके बंगले के बाहर नारेबाजी करने पहुंचे थे। कांग्रेस नेता मनोज शुक्ला और उनके समर्थकों ने मंत्री शाह के बंगले के बाहर लगी नेम प्लेट पर कालिख भी पोती थी। इसके बाद मनोज शुक्ला पर एफआईआर दर्ज की गई थी। इस पूरे मामले के बाद बंगले की सुरक्षा में 10 पुलिसकर्मी बढ़ा दिए गए हैं और बंगले की बैरिकेडिंग भी कर दी गई है।
इस मामले में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था। पीएम मोदी को लिखे पत्र में जीतू पटवारी ने लिखा है कि, "भाजपा सरकार के मंत्री विजय शाह द्वारा भारतीय सेना की वीरांगना कर्नल सोफिया कुरैशी को "आतंकवादियों की बहन" कहकर किया गया घृणित और राष्ट्र-विरोधी बयान, न केवल एक गंभीर अपराध है, बल्कि भारतीय सेना की गरिमा, देश की एकता और सामाजिक सद्भाव पर भी खुला हमला है।"