MP Education System: हिंदी टीचर कॉमर्स तो मिडिल स्कूल के मास्टर पढ़ा रहे 12वीं गणित, कांग्रेस बोली- MP की शिक्षा व्यवस्था 'काम चलाओ'
Umang Singhar on MP Education System : भोपाल। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था को लेकर विपक्षी नेता और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उमंग सिंघार ने मध्य प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने सरकारी स्कूलों की स्थिति को उजागर करते हुए शिक्षकों की भारी कमी, प्रशासनिक कार्यों में शिक्षकों की तैनाती और गलत विषयों के शिक्षकों द्वारा पढ़ाई जैसे गंभीर मुद्दों को सामने रखा है। उन्होंने मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था 'काम चलाओ' बताया है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट से कहा कि, मध्यप्रदेश में सरकारी स्कूलों के हाल देखिए! 70,000 शिक्षकों की भारी कमी हैं और जो बचे हैं उनमें से 15,000 से ज़्यादा शिक्षक बाबूगिरी करने में व्यस्त हैं, तो पढ़ाई किसके भरोसे? हिंदी के शिक्षक कॉमर्स पढ़ा रहे हैं, मिडिल स्कूल के मास्टर 12वीं की गणित पढ़ा रहे हैं। न कोई पढ़ाई की तैयारी, न विषय के अनुसार शिक्षक! मानो प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था 'काम चलाओ' नीति के तहत चल रही है।
उमग सिंघार ने आगे कहा कि, शिक्षा मंत्री खुद दो महीने पहले 'अटैचमेंट खत्म करो' का आदेश दे चुके हैं, लेकिन फाइलें धूल खा रही हैं और लाखों विद्यार्थियों का भविष्य भगवान भरोसे छोड़ दिया गया है। सरकार की प्राथमिकता में बच्चों की शिक्षा नहीं, बस दिखावे की घोषणाएं और आंकड़ों की जादूगरी है।
कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी इस मुद्दे पर सरकार को घेरा। उन्होंने कहा, "शिक्षा मंत्री ने स्वीकार किया कि 500 शिक्षक स्कूल नहीं जाते और उन्होंने किराए पर लोगों को पढ़ाने के लिए रखा है। यह कितनी शर्मनाक बात है कि सरकार को इसकी जानकारी है, लेकिन कार्रवाई की जगह वे इसका बचाव कर रहे हैं।"