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जनरल टिकट के लिए अब नहीं लगना होगा लम्बी कतारों में

Update: 2018-10-01 09:23 GMT

भोपाल। भारतीय रेलवे ने डिजिटलीकरण की तरफ एक और कदम बढ़ाते हुए यूटीएस ऑन मोबाइल एप लांच किया है। इस मोबाइल एप के जरिए रेल यात्री कहीं से भी जनरल टिकट ले सकते हैं। इससे यात्रियों को रेलवे स्टेशनों के टिकट काउंटर पर लगने वाली लम्बी-लम्बी कतारों से भी छुटकारा मिल जाएगा। अब यात्रियों को ट्रेन छूटने का डर भी नहीं सताएगा। उन्हें यात्रा के समय अगली कनेक्टिंग ट्रेन के लिए इस एप की मदद से कहीं से भी जनरल टिकट मिल सकेगा। बता दें कि यह एप स्टेशन परिसर से बुकिंग ऑफिस व टिकट विंडो से 32 मीटर के दायरे में काम नहीं करेगा।

उल्लेखनीय है कि यूटीएस ऑन मोबाइल एप को रेल सूचना प्रणाली केन्द्र ने विकसित किया है। अब इससे यात्रियों को जनरल टिकट लेने के लिए लंबी कतार में नहीं खड़ा होना होगा। इससे रेलवे को पेेपर की भी बचत होगी। रेलवे के मुताबिक यात्री आर-वॉलिट के जरिए टिकट बुक कर सकता है। इस एकाउंट को बनाने के लिए यात्री को कोई शुल्क नहीं देना होगा। पंजीकरण के साथ शून्य बैलेंस का अकाउंट स्वत: खुल जाएगा। यात्री जब चाहे आर-वॉलेट का समर्पण कर सकता है। इसके लिए मोबाइल एप से निवेदन करना होगा। यूटीएस काउंटर पर कोड तथा मोबाइल नंबर बताने पर आर-वॉलेट से उपलब्ध राशि में से लिपिकीय प्रभार काटकर शेष राशि उसे वापस कर दी जाएगी। आर-वॉलेट किसी भी स्टेशन की टिकिट बुकिंग खिड़की के साथ डेबिट कार्ड, नेट, बैंकिग अथवा यूपीआई मोड द्वारा वेबसाइट 'डब्ल्यू डब्ल्यू डब्ल्यू डॉट यूटीएसओएन मोबाइल डॉट इंडियनरेल डॉट जीओवी डॉट इन' (www.utsonmobile.indianrail.gov.in) पर ऑनलाइन रिचार्ज कराया जा सकता है।

32 मीटर सर्कुलेटिंग एरिया में काम नहीं करेगा एप

इस संबंध में रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि एप लांच होने के बाद सभी स्टेशनों पर यह एप काम करेगा। यह एप स्टेशन की टिकट विंडो व बुकिंग ऑफिस के 32 मीटर सर्कुलेटिंग एरिया में काम नहीं करेगा। यात्री मोबाइल में एप डाउनलोड कर रेलवे की इस सुविधा का लाभ ले सकते हैं।

रिचार्ज पर 5 फीसदी बोनस

एप अनारक्षित टिकटों की बुकिंग और रद्द करने, सर्वाधिक और प्लेटफार्म टिकटों के नवीनीकरण और ऑर-वॉलेट की बकाया राशि की जांच और लोड करने में सक्षम है। एप को गूगल प्ले स्टोर और विंडोज स्टोर से नि:शुल्क डाउनलोड कर सकते हैं। सबसे पहले यात्री मोबाइल नंबर, नाम, शहर, रेल की डिफॉल्ट बुकिंग, श्रेणी का प्रकार, यात्रियों की संख्या और ओटीपी जनरेट करना होगा। एसएमएस से प्राप्त ओटीपी को एप में डालने से पंजीयन हो जाएगा। यात्री को टिकट बुक करने के लिए भुगतान के माध्यम को आर-वॉलेट काम में लेने पर हर रिचार्ज पर पांच प्रतिशत का बोनस भी मिलेगा।

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