भोपाल: एमपी नगर में सड़क धंसने का कारण - नाले का रिसाव और जलनिकासी की समस्या से 8 फीट गहरा गड्ढा
भोपाल के एमपी नगर में धंसी हुई सड़क
मध्यप्रदेश। राजधानी भोपाल के एमपी नगर में ज्योति टॉकीज के सामने गुरुवार को अचानक सड़क धंस गई। सबसे व्यस्त रोड में अचानक 8 फीट का गड्ढा हो गया। पीडब्ल्यूडी ने इस मामले पर जांच रिपोर्ट बनाई है। इसके अनुसार सड़क पर अचानक हुए इस गड्ढे का कारण नाले का रिसाव और जलनिकासी की समस्या है।
पीडब्ल्यूडी ने सड़क धंसकने की बताई ये वजह
पीडब्ल्यूडी ने सड़क धसकने की वजह बताते हुए कहा कि, ज्योति टॉकीज के पास करीबन 50 साल पुराने इस रोड का निर्माण सीपीए ने किया था। 2002 में इस रोड को पीडब्ल्यूडी को हस्तांतरित किया। इस मार्ग के नीचे से एक नाला है, जोकि पत्थर की दीवार से बनाया गया है। इसके दोनों छोरों को नगर निगम ने बंद कर दिया है। इसी अपस्ट्रीम में नाले के उपर सुलभ कांम्प्लेक्स नगर निगम ने बनाया है। इससे नाले का निरीक्षण असंभव है। नाले का प्रवाह जोन 1 से जोन 2 की ओर किया गया है। नाले पर बनी अपस्ट्रीम के लेफ्ट साइड में दो मीटर पत्थर की दीवार के बगल में एक छोटी नाली भी इसमें समाहित है। इस नाली के कारण सड़क धंसक गई है, जिससे गहरा गड्ढा हो गया है।
48 घंटे में सड़क सुधार ली जाएगी: संजय मस्के
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने स्वदेश को बताया कि यह सड़क करीबन 50 साल पुरानी है। इसके नीचे से नाला निकला है, जोकि रिसाव और जलनिकासी ठीक से ना होने से अचानक धसक गई है। हमने सड़क की मरम्मत का काम तत्काल शुरू कर दिया है। लगभग 48 घंटे में सड़क की मरम्मत कर ट्रैफिक के लिए पुनः शुरू कर दी जाएगी।
प्रत्यक्षदशियों के अनुसार तेज बारिश के दौरान एमपी नगर के ज्योति टॉकीज मार्ग पर अचानक सड़क धंस गई। इससे यहां मेन रोड पर करीब 8 फीट गहरा और 10 फीट चौड़ा गड्ढा हो गया। गड्ढा इतना गहरा है कि इसमें कोई कार भी समा जाए। जब सड़क धंसी, तब कोई वहां से गुजर नहीं रहा था। कांग्रेस नेताओं समेत राहगीरों ने सड़क और गड्ढे का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। बता दें कि बोर्ड ऑफिस से ज्योति टॉकीज एमपी नगर तरफ आने वाली जिस सड़क पर ये गड्ढा हुआ है, वह शहर की सबसे व्यस्ततम सड़कों में से एक है। इस सड़क पर करीबन 24 घंटे में 25 हजार वाहनों की आवाजाही होती है। मौके पर पहले पुलिस पहुंचकर जाम को छुड़वाया। इसके बाद गोविंदपुरा एसडीएम एलके खरे समेत पीडब्ल्यूडी के इंजीनियर भी पहुंचे।