कहा, जब दस साल से चेहरा सामने है तो अब कौन से चेहरे को सामने लाया जाएगा
उदयपुर। 'खलक (जनसमुदाय) की आवाज, खुदा की आवाज होती है'। यह बात शनिवार को पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उदयपुर के सर्किट हाउस में मीडिया के साथ चाय पार्टी के दौरान कही। मीडिया से चर्चा में जब गहलोत को सीएम का चेहरा बनाने की बात चली और पिछले दो दिन से लालचंद कटारिया व अविनाश पांडे के बयानों का जिक्र आया तब गहलोत ने यह बात कही।
गहलोत ने एक बार फिर 'मैं थांसू दूर नहीं' की बात दोहराई। गहलोत ने स्पष्ट रूप से कहा कि दस साल से जब चेहरा सामने है तो अब किस रूप में कौन से चेहरे को सामने लाया जाएगा। स्पष्ट है कि गहलोत दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हैं। गहलोत ने दिल्ली जाने के बाद भी ताउम्र राजस्थान की जनता की सेवा करने की बात कही। पत्रकारों ने गहलोत को जब आमजन का पसंदीदा सीएम बताया तो वे अपने चिरपरिचित अंदाज में बोले 'खलक की आवाज खुदा की आवाज होती है'।
गहलोत का यह बयान एक बार फिर प्रदेश कांग्रेस की राजनीति में हलचल मचाने के लिए काफी है।
गौरतलब है कि गुरुवार को जयपुर ग्रामीण के पूर्व सांसद लालचंद कटारिया ने अशोक गहलोत को कांग्रेस सीएम के पद का प्रत्याशी बनाने का बयान दिया था, जिस पर शुक्रवार को उदयपुर में प्रदेश कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने सख्ती से कहा था कि ऐसे अनर्गल बयानबाजी करने वाले नेताओं पर अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा सकती है।