नई दिल्‍ली: पाकिस्तान की भारत पर दोबारा साइबर अटैक की कोशिश, इस बार सैन्य संस्थान को बनाया निशाना

Update: 2025-05-06 09:41 GMT

नई दिल्‍ली: सोमवार को पाकिस्तान की तरफ से एक बार फिर साइबर अटैक की कोशिश की गई है। इससे पहले पाकिस्तान ने पिछले सप्ताह के 30 अप्रैल बुधवार को भी पाकिस्तान की तरफ से इसी तरह कि कोशिश कि गई थी तब पाकिस्तान ने भारत के 4 आर्मी स्कूल को अपना निशाना बनाया था जिसे भारत की सत्रक सेना ने नाकामयाब कर दिया था ।

इस बार पाकिस्तान के निशाने पर सैन्य इंजीनियरिंग सेवा और मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस था । पाकिस्तान की कोशिश थी इन संस्थानों के संवेदनशील डेटा तक पहुंच प्राप्त कर ले । पाकिस्तान को इस पर कितनी कामयाबी मिली है इस पर फिलहालजांच चल रही है मगर डेटा और संवेदनशील रिसर्च के लिहाज से ये सभी संस्थान बेहद महत्वपूर्ण है जो सुरक्षा नीतियों और अन्य संवेदनशील विषयों पर सरकार और सेना के साथ मिल कर काम करते हैं ।

इस कीबार अटैक की जानकारी पाकिस्तान के ही एक्स अकाउंट "पाकिस्तान साइबर फोर्स" के माध्यम से सामने आई है। एक्सपर्ट इस बात के संज्ञान में आने के बाद से ही जांच में जुट गए हैं कि पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित ये एक प्रॉपगेंडा है या ये संस्थान सच में किसी साइबर अटैक के शिकार हुए हैं और अगर हुए हैं तो आखिरकार डाटा को कितना नुकसान पहुंचा है।

संबंधित जांच एजेंसियां “पाकिस्तान साइबर फोर्स” के इस पोस्ट पर भी निगाह बनाई हुई हैं और जानने की कोशिश कर रही हैं कि ने कथित तौर पर भारतीय सैन्य इंजीनियरिंग सेवा और मनोहर पर्रिकर इंस्टीट्यूट ऑफ डिफेंस स्टडीज एंड एनालिसिस से संवेदनशील डेटा तक पहुंच प्राप्त कर ली है या नहीं।

“पाकिस्तान साइबर फोर्स” के इस दावे के बाद इस बिन्दु पर भी जांच हो रही है कि कहीं हमलावरों ने लॉगिन क्रेडेंशियल सहित रक्षा कर्मियों से संबंधित व्यक्तिगत जानकारी से समझौता तो नहीं किया गया है । इस डेटा उल्लंघन के अलावा, यह भी बताया गया है कि समूह ने रक्षा मंत्रालय के तहत एक पीएसयू कंपनी आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड की आधिकारिक वेबसाइट को भी अटाकक किया और उसको डिस्टर्ब करने का प्रयास किया।

वेबसाइट को पाकिस्तान के झंडे और अल खालिद टैंक का उपयोग करके खराब किया गया है। एहतियाती उपाय के रूप में, आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड की वेबसाइट को पूरी तरह से और जानबूझकर ऑडिट के लिए ऑफ़लाइन कर दिया गया है, ताकि खराब करने के प्रयास से होने वाले किसी भी संभावित नुकसान की सीमा का आकलन किया जा सके और वेबसाइट की अखंडता सुनिश्चित की जा सके।

पाकिस्तान कि तरफ से इस साइबर अटैक की कोशिश के बाद सुरक्षा विशेषज्ञ और एजेंसियां और ज्यादा अलर्ट हो गई हैं और किसी भी अतिरिक्त साइबर हमले का पता लगाने के लिए साइबरस्पेस की सक्रिय रूप से निगरानी कर रही हैं। साइबर हमलावरों द्वारा जोखिम भरे साइबर अटैक को शीघ्रता से पहचानने के लिए अजेंसियाँ विशेष रूप से उन पर निगाह बनाई हुई हैं जो पाकिस्तान से जुड़े प्रायोजित साइट्स या अकाउंट हैं। 

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