India Population Report: भारत में घटी हिंदुओं की आबादी, इस धर्म के लोग सबसे ज्यादा, ताजा सर्वे ने उड़ाई नींद
विश्लेषण’ नाम से पब्लिश रिपोर्ट में इस बारे में जानकारी देकर बताया गया है कि देश की अन्य जातियों को छोड़ दे तो जिसमें पारसी और जैन समुदाय सम्मलित हैं। तो भारत के सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों की आबादी में कुल 6.58% का इजाफा हुआ है।
India Population Report: नई दिल्ली। सुबह- सुबह तड़के एक सर्वे की रिपोर्ट ने सनसनी फैला दी है। जिसने एक सर्वे किया है कि भारत देश में हिंदु धर्म के लोगों की आबादी बीते 65 सालों में 8 प्रतिशत कम हो गई है और जिस समुदाय की आबादी में इजाफ़ा हुआ है। वो है मुस्लिम समुदाय। इन सालों में मुस्लिमों की संख्या 9.84% से बढ़कर 14.09% प्रतिशत बढ़ी है। इस रिपोर्ट के बारें में जानकारी प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार द्वारा दी गई है। बता दें कि ‘विश्लेषण’ नाम से पब्लिश रिपोर्ट में इस बारे में जानकारी देकर बताया गया है कि देश की अन्य जातियों को छोड़ दे तो जिसमें पारसी और जैन समुदाय सम्मलित हैं। तो भारत के सभी धार्मिक अल्पसंख्यकों की आबादी में कुल 6.58% का इजाफा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक, 1950 से 2015 तक यानि आजादी से अब तक के बीच भारत के अंदर हिंदुओं की आबादी की संख्या कम हुई है। वहीं अगर बहुसंख्यक हिंदुओं की संख्या की बात की जाए तो 1950 से 2015 तक के बीच 7.82% आबादी कम हुई है। मगर मुस्लिमों की संख्या में इजाफ़ा हुआ है। जो कभी 9.84% से बढ़कर 14.09% पर पहुंच गई है। वहीं अगर बात की जाए ईसाई धर्म के लोगों की तो इनके आबादी की हिस्सेदारी 2.24% से बढ़कर 2.36% हुई है। ठीक ऐसे ही सिख समुदाय की आबादी 1.24% से बढ़कर 1.85% हो गई है। इस रिपोर्ट में 65 सालों का आंकड़ा दिया गया जिसमें साल 1950 से लेकर 2015 तक का है। हालांकि 2015 से 24 तक का कोई भी आकड़ा इस रिपोर्ट में नहीं दिया गया है।
किसने तैयार की ये रिपोर्ट
इस रिपोर्ट के बाद से धार्मिक विश्लेषक कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं । हालांकि यह रिपोर्ट पीएम की आर्थिक सलाहकार (ईएसी-पीएम) ने देश की धार्मिक आबादी की जानकारी दी है। रिपोर्ट तैयार करने वाले अपूर्व कुमार मिश्रा का कहना है कि देश में समाजिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए अनुकूल वातावरण मिल रहा है।