इंदौर को मिली मेट्रो की सौगात: येलो लाइन बनेगी शहर की नई जीवनरेखा, जानिए इंदौर मेट्रो से जुड़ी बड़ी बातें...

Update: 2025-05-31 07:23 GMT

इंदौर। मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर ने स्मार्ट सिटी की ओर एक और ऐतिहासिक कदम बढ़ा लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवी अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट और सतना-दिया एयरपोर्ट का वर्चुअल लोकार्पण किया। इस ऐतिहासिक घड़ी के साथ इंदौर प्रदेश का पहला मेट्रो सिटी बन गया है।

हर 30 मिनट में मिलेगी मेट्रो, पहले सप्ताह फ्री यात्रा

मेट्रो संचालन सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक किया जाएगा। हर 30 मिनट में ट्रेन उपलब्ध रहेगी। खास बात यह है कि पहले सप्ताह मेट्रो में यात्रा पूरी तरह निःशुल्क होगी। इसके बाद भी किराया काफी किफायती रखा गया है – न्यूनतम ₹20 और अधिकतम ₹30।

AI टेक्नोलॉजी से लैस स्मार्ट कोच

- मेट्रो ट्रेन के कोच अत्याधुनिक AI तकनीक से लैस हैं:

- ट्रैक या कोच में कोई आपत्तिजनक वस्तु होने पर सिस्टम स्वतः अलर्ट देगा।

- ट्रैक पर कोई बाधा मिलने पर ट्रेन अपने आप ब्रेक लगा देगी।

- ऊर्जा संरक्षण भी ऑटो मोड पर रहेगा।

- ट्रेन बिना पायलट के चल सकती है, हालांकि शुरुआती दौर में मैनुअल ऑपरेशन रहेगा।

- अब तक 14 कोच आ चुके हैं, जबकि कुल 75 कोच और चलाए जाएंगे। हर कोच में 50 सीटें और 300 स्टैंडिंग कैपेसिटी है, यानी एक ट्रेन में लगभग 980 यात्री यात्रा कर सकते हैं। 

वीरांगनाओं के नाम पर स्टेशन – एक अनोखी पहल

इंदौर मेट्रो के पहले चरण की सबसे खास बात है इसके स्टेशनों के नाम। सभी प्रमुख स्टेशन देश की वीर नारियों के नाम पर रखे गए हैं – जैसे देवी अहिल्या बाई होलकर टर्मिनल स्टेशन, महारानी लक्ष्मीबाई स्टेशन, रानी अवंतीबाई लोधी स्टेशन, रानी दुर्गावती स्टेशन और वीरांगना झलकारी बाई स्टेशन। इससे न केवल गौरवशाली इतिहास को सम्मान मिला है, बल्कि नई पीढ़ी के लिए प्रेरणा का स्रोत भी बना है। 

डिजिटल टिकटिंग सिस्टम की तैयारी

टिकटिंग के लिए शुरुआत में स्टेशन काउंटर रहेंगे, लेकिन जल्द ही QR कोड आधारित टिकटिंग, AFC गेट और मोबाइल ऐप के जरिए पूरी प्रक्रिया को डिजिटल किया जाएगा।

लागत और भविष्य की दिशा

इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट की कुल अनुमानित लागत लगभग ₹7,500 करोड़ है। पहले चरण के 6 किलोमीटर के सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर पर ही ₹1,520 करोड़ खर्च किए गए हैं। यह निवेश सिर्फ एक ट्रांसपोर्ट सिस्टम नहीं है, बल्कि शहर के भविष्य की नींव है, जिसमें ग्रीन ट्रांसपोर्ट, स्मार्ट कनेक्टिविटी और सतत विकास की झलक है।

पर्यावरण और सुविधाओं का ध्यान

यह मेट्रो प्रोजेक्ट सिर्फ यात्रा के लिए नहीं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और नागरिक सुविधाओं को प्राथमिकता देता है। आधुनिक तकनीक, ऊर्जा दक्षता, प्रदूषण नियंत्रण और ट्रैफिक प्रबंधन जैसे अनेक पहलू इस परियोजना को विशेष बनाते हैं।

इंदौर के विकास की रफ्तार को मिलेगा नया आयाम

प्रधानमंत्री मोदी द्वारा किया गया यह वर्चुअल उद्घाटन, न केवल मेट्रो की शुरुआत का प्रतीक है, बल्कि इंदौर के भविष्य की असीम संभावनाओं का भी उद्घाटन है। यह प्रोजेक्ट आने वाले समय में इंदौर की आर्थिक, सामाजिक और पर्यावरणीय प्रगति को नई रफ्तार देगा। 

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