नशे की चपेट में इंदौर के युवा: सड़क पर हंगामा, पुलिस से टकराव… बढ़ती घटनाएं बन रहीं चिंता का विषय…
इंदौर। भारत का सबसे स्वच्छ शहर होने का गौरव हासिल करने वाला इंदौर इन दिनों एक और नई चुनौती का सामना कर रहा है – युवाओं में बढ़ती नशे की लत। हाल ही में शहर में घटी दो घटनाएं यह बताने के लिए काफी हैं कि कैसे नशे की गिरफ्त में आकर युवा न सिर्फ समाज के लिए खतरा बन रहे हैं, बल्कि प्रशासन और कानून-व्यवस्था के लिए भी सिरदर्द साबित हो रहे हैं।
घटना 1: पब से शुरू हुआ विवाद सड़क पर बना WWE रिंग
रविवार देर रात इंदौर के विजयनगर थाना क्षेत्र स्थित मल्हार मेगा मॉल के लाइट हाउस पब में नशे में धुत लड़कियों और लड़कों के बीच विवाद शुरू हुआ। पब में डांस करते वक्त मामूली धक्का लगने से शुरू हुआ झगड़ा कुछ ही देर में हिंसक रूप ले बैठा। दोनों पक्षों के युवक-युवतियां पब से बाहर निकलकर सड़क पर आ गए और वहां एक-दूसरे के साथ जमकर मारपीट करने लगे।
वीडियो में लड़कियां एक-दूसरे के बाल खींचते हुए, गालियां देते हुए और लात-घूंसे बरसाते हुए दिख रही हैं। यह पूरा हाईवोल्टेज ड्रामा लोगों की भीड़ के सामने होता रहा। कुछ लोगों ने बीच-बचाव किया, तो कईयों ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप कर मामले को शांत कराया।
इस घटना में 20 वर्षीय नेहा अजनार की शिकायत पर एफआईआर दर्ज की गई है। नेहा ने आरोप लगाया कि क्लब से बाहर निकलते वक्त कुछ युवकों ने अभद्र टिप्पणी की, और फिर बाहर निकलने पर उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
घटना 2: स्टार चौराहे पर पुलिस से भिड़े नशेड़ी
दूसरी बड़ी घटना सोमवार-मंगलवार की दरम्यानी रात स्टार चौराहे पर देखने को मिली, जहां नशे में धुत युवक-युवतियों ने चेकिंग कर रही पुलिस टीम से बहसबाजी और धक्का-मुक्की की। एसएसआई दिनेश कुमार सरगया और उनकी टीम रात 1 बजे ड्यूटी पर थे, जब उन्होंने एक सफेद रंग की हुंडई कार (MP09-WH-8165) को रोककर चेकिंग की। ब्रेथ एनालाइजर टेस्ट में कार चला रहे युवक के शराब पीने की पुष्टि हुई।
जैसे ही कार साइड में लगाई गई, उसमें से एक युवक और तीन युवतियां बाहर निकलीं और पुलिसकर्मियों से उलझने लगीं। उन्होंने न केवल चालान पर साइन करने से इनकार किया बल्कि एक युवती ने एसएसआई की वर्दी पकड़कर उन्हें वर्दी उतरवाने की धमकी तक दे डाली। इस दौरान पुलिसकर्मियों के साथ धक्का-मुक्की भी की गई।
इसके बाद सभी युवक-युवतियां कार में बैठकर मौके से फरार हो गए। खजराना पुलिस ने गाड़ी नंबर के आधार पर आरोपियों की पहचान शुरू कर दी है और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है।
इन दोनों घटनाओं ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि इंदौर जैसे स्मार्ट सिटी में युवा नशे की दलदल में क्यों फंसते जा रहे हैं? क्लब और पब में नशे की छूट, इंदौर की छवि को देश में धूमिल करने के संकेत दे रही है।