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खुद की गलती छुपाने जिला अस्पताल की बिगाड़ रहे व्यवस्था

Update: 2019-02-24 05:40 GMT

स्वाइन फ्लू से पीडि़तों के घर जाकर परिजनों का परीक्षण करने के दिए हैं निर्देश

ग्वालियर, न.सं.

शहर में जहां दिन प्रतिदिन स्वाइन फ्लू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी स्वाइन फ्लू को लेकर अस्पतालों की व्यवस्थाएं सुधारने की जगह बिगाडऩे में लगे हुए हैं। इसका ताजा उदाहरण जिला अस्पताल मुरार के चिकित्सकों को जारी किए गए नोटिस हैं। जिला अस्पताल में मेडिसिन के गिने-चुने चिकित्सक हैं। यह चिकित्सक अस्पताल में मरीजों को देखने के साथ ही स्वाइन फ्लू की ओपीडी, कैंसर के मरीज व भर्ती मरीजों को भी देखते हैं, लेकिन उसके बाद भी सीएमएचओ डॉ. सक्सेना ने जिला अस्पताल में पदस्थ मेडिसिन के चिकित्सकों को नोटिस जारी करते हुए स्वाइन फ्लू से पीडि़त मरीजों के घर जाकर परिजनों का परीक्षण करने के लिए कहा है। अगर उक्त चिकित्सक पीडि़त परिजनों के घर सर्वे करने के लिए जाएंगे तो जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं पूरी तरह बिगड़ जाएंगी। इतना ही नहीं सीएमएचओ अधीन जिला अस्पताल को छोडक़र शहर की सभी स्वास्थ्य संस्थाएं आती हैं, जिनमें से कई संस्थाओं में मेडिसिन के चिकित्सक भी पदस्थ हैं। इसी के चलते अब अन्य स्वास्थ्य संस्थाओं के चिकित्सकों को सर्वे के काम में लगाया जाए तो जिला अस्पताल की व्यवस्थाएं नहीं बिगड़ेंगी। इसके बाद भी सीएमएचओ जिला अस्पताल की व्यवस्था बेहतर करने की जगह बिगाडऩे पर तुले हुए हैं। वहीं सीएमएचओ द्वारा जारी किए गए नोटिस से चिकित्सक भी नाराज हैं। चिकित्सकों का कहना है कि उनके पास पहले से ही इतना काम है और ऊपर से सीएमएचओ अनावश्यक रूप से नोटिस जारी कर रहे हैं।

एक ही दिन में आई डॉ. पिपरोलिया की रिपोर्ट

स्वाइन फ्लू के संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए प्रतिदिन डीआरडीई भेजे जा रहे हैं, लेकिन जांच रिपोर्ट दो से तीन दिन बाद आ रही है, जबकि गत शुक्रवार को स्वाइन फ्लू की संभावना के चलते महामारी विशेषज्ञ डॉ. महेन्द्र पिपरोलिया की रिपोर्ट एक दिन में ही आ गई। इसको लेकर अब सवाल खड़े हो रहे हैं कि सामान्य मरीजों की जांच रिपोर्ट में इतनी देरी क्यों की जा रही है? हालांकि डॉ. पिपरोलिया की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है।

तीन मरीजों के भेजे नमूने

स्वाइन फ्लू के तीन और संदिग्ध मरीजों के नमूने शनिवार को सीएमएचओ कार्यालय के माध्यम से डीआरडीई भेजे गए हैं। जिन मरीजों के नमूने भेजे गए हैं, वह सभी मरीज बीआईएमआर हॉस्पीटल में उपचार करा रहे हैं।

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