ग्वालियर। जयारोग्य चिकित्सालय के आईसीयू में भर्ती एक मरीज के परिजनों व जूनियर चिकित्सकों के बीच उपचार को लेकर विवाद हो गया और मारपीट हुई। मारपीट के बाद परिजन अपने मरीज को एक निजी अस्पताल लेकर पहुंचे और भर्ती कराया। परिजनों का आरोप है कि मरीज की हालत लगातार बिगड़ रही थी, लेकिन चिकित्सक देखने को तैयार नहीं थे। इस लिए बार-बार कहने पर मरीज को बाहर निकालने की धमकी देने लगे जब उनकी बात रिकॉर्ड करने के लिए मोबाइल खोला तो उन्होंने अपने साथियों के साथ मारपीट कर दी और मरीज को भगा दिया। वहीं जूनियर चिकित्सकों का कहना है कि मरीज के परिजन ने उनके साथ मारपीट की है। परिजन अपने साथ मरीज को ले गए। दीनदयाल नगर निवासी अजय सिंह को रविवार को सांप ने काट लिया। इस पर अजय के बड़े भाई नरेन्द्र सिंह उसे जयारोग्य लेकर पहुंचे, जहां कैजुअल्टी के चिकित्सकों ने हालत देखते हुए सीधा आईसीयू के लिए रैफर कर दिया। नरेंद्र सिंह का आरोप है कि आईसीयू में चिकित्सक उनके भाई की लगातार हालत बिगड़ रही थी और चिकित्सक देखने को तैयार नहीं थे। जब उन्होंने आईसीयू में मौजूद जूनियर चिकित्सक से उपचार शुरू करने के लिए कहा तो उन्होंने अभद्रता करते हुए मरीज को बाहर निकालने की धमकी दी। उन्होंने बताया कि चिकित्सक के व्यवहार को देखते हुए उन्होंने उनकी बात को रिकॉर्ड करने के लिए मोबाइल निकाला तो जूनियर चिकित्सकों ने अपने अन्य साथियों को बुला लिया और मारपीट की।
नरेन्द्र ने यह भी बताया कि जूनियर चिकित्सकों ने मरीज सहित उन्हें धक्का मार कर बाहर निकाल दिया। इसके बाद वे अपने मरीज को बीआईएमआर हॉस्पिटल लेकर आए जहां वह आईसीयू में भर्ती है। जबकि जूनियर चिकित्सकों ने नरेन्द्र के आरोप को लगत बताते हुए कहा कि मरीज के परिजन ने उनके साथ मारपीट की और मना करने के बाद भी अपने मरीज को ले गए। इस मामले में मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ. ओपी जाटव का कहना है कि आईसीयू में हुए विवाद की उन्हें जानकारी नहीं है, अगर किसी के साथ मारपीट हुई है तो जांच कराएंगे।