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डॉ. भल्ला का स्थगन खारिज, सहारा हॉस्पिटल के अवैध निर्माण को तोड़ने पहुंचा अमला, कार्रवाई जारी

Update: 2019-12-09 15:07 GMT

ग्वालियर/वेब डेस्क। कोर्ट में स्थगन खारिज होने पर जिला प्रशासन ने आज फिर से सहारा अस्पताल पर अवैध निर्माण के विरुद्ध तुड़ाई की, इसके लिए जिला प्रशासन के प्रशासनिक अधिकारियों ने निगम अधिकारियों से मदाखलत, जेसीबी मशीन और पुलिस बल को तैयार रहने को निर्देशित किया था, कोर्ट के फैसले का इन्तजार किया जा रहा था।  डॉ. भल्ला ने कोर्ट में लगाई अर्जी पर सुनवाई के बाद देर शाम जैसे ही फैसला आया उसके बाद प्रशासन फिर से बसंत विहार स्थित हॉस्पिटल को तोड़ने पहुँच गया ।


गौरतलब है की शहर के जाने माने चिकित्सक डॉ. ए.एस. भल्ला के बसंत विहार स्थित अस्पताल पर शुक्रवार को भी प्रशासनिक अमले ने जेसीबी मशीन लगा कर तोडफ़ोड़ शुरू कर दी थी, किन्तु कुछ ही देर बाद  निचली अदालत से स्थगन है तो कार्रवाई रोक स्थगन हटवाने प्रशासनिक अधिकारी भी न्यायालय जा पहुंचे थे। किन्तु न्यायालय ने सुनवाई शनिवार तक के लिए टाल दी। इस बीच प्रशासन एवं स्वास्थ्य अमले ने मरीजों की लिखा पड़ी कर दूसरे अस्पतालों में शिफ्ट करा दिया था। 

सहारा हॉस्पिटल को तोड़ने पहुंचे मदाखलत कर्मचारियों को रात का खाना भी पहुँचाया गया है। निगम अधिकारियों ने खाने के पैकेट बनवाये है । खबर है की रात भर तुड़ाई जारी रह सकती है ।  


शुक्रवार को इस मामले में तीन बातें उभर कर आई थी, जिसमें पहली बात डॉ. भल्ला द्वारा कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी की खास अर्चना डालमिया के खिलाफ एक वर्ष पूर्व तीन करोड़ दस लाख रूपए की धोकाधड़ी का मामला दर्ज कराना, दूसरी बात प्रशासनिक अधिकारियों का विरोध करना एवं तीसरी अपने पड़ोसी कांग्रेस नेता की भूमी पर बिना अनुमति अस्पताल का विस्तार करना सामने आ रहा है। इन्हीं बजहों से कांग्रेस की सरकार ने भाजपा शासनकाल में राज्यमंत्री दर्जा मप्र अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य डॉ. भल्ला को निशाने पर लिया है। 

 


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