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प्रणाम करने से मिलता है यश, दीर्घायु, विद्या और बल : पं. आशीष दुबे

श्रीरोकड़िया सरकार धाम हनुमान मंदिर पर कथा के तीसरे दिन कथा व्यास ने बताई शब्द और प्रणाम की महिमा, श्रीमदभागवत कथा सुनने बड़ी संख्या में पहुंच रहे श्रद्धालु

Update: 2019-01-17 13:42 GMT

ग्वालियर/स्वदेश वेब डेस्क। शहर के छत्री बाजार स्थित श्रीरोकड़िया सरकार धाम हनुमान मंदिर पर चल रही सात दिवसीय संगीतमयी श्रीमदभागवत कथा के तीसरे दिन कथा व्यास पंडित आशीष दुबे ने श्रद्धालुओं को शब्द की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि मनुष्य को हमेशा अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना चाहिए उसे हमेशा मीठे बोल बोलना चाहिए, उसे कभी भी ऐसे वचन नहीं बोलने चाहिए जिससे किसी को कष्ट हो। पंडित आशीष दुबे ने कहा कि मनुष्य को कभी भी अपने इष्ट, मन्त्र, गुरु, माला और आसन को किसी से बदलना नहीं चाहिए। उन्होंने प्रणाम की महिमा बताते हुए कहा कि हमें अपने से बड़ों को प्रणाम करने से दीर्घायु प्राप्त होती है, यश में वृद्धि होती है, विद्या और बल का आशीर्वाद मिलता है। इसलिए हमेशा दूसरों को आदर सहित प्रणाम करना चाहिए।

होशंगाबाद के मरोड़ा से आये भागवताचार्य कथा व्यास पंडित आशीष दुबे ने कथा को आगे बढ़ाते हुए राम नाम की महिमा का बखान किया। उन्होंने कहा कि राम नाम ही केवल ऐसा है जिसका जाप कहीं भी किया जा सकता है लेकिन मन्त्र का जाप हम नहीं कर सकते। इसलिए जितना हो सके राम नाम का स्मरण करते रहिये और जीवन से कष्टों को दूर भगाते रहिये। इसके अलावा उन्होंने भरत चरित्र, मार्कण्डेय महाराज की महिमा और नर्सिंग अवतार की कथा सुनाई।

ग्वालियर के प्रसिद्द दाना परिवार द्वारा आयोजित की रही श्रीमदभागवत कथा 15 जनवरी से 21 जनवरी तक दिन में 12 बजे से तीन बजे तक चल रही है। कथा के मुख्य यजमान श्रीमती कुसुम सक्सेना, जानेमाने साहित्यकार एवं कवि सतीश "अकेला" और उनकी पत्नी श्रीमती शशि सक्सेना हैं।  

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