पूर्व मंत्रियों पर बंगला खाली कराने के लिए होगी सख्ती, नए मंत्रियों को मिलेंगे

Update: 2020-07-04 13:12 GMT

भोपाल।  प्रदेश में शिवराज सरकार के मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही राज्य में एक बार फिर बांग्ला पॉलिटिक्स शुरू हो गई है। मंत्रिमंडल विस्तार के बाद नए मंत्रियों को बंगले दिए जाने है। लेकिन अब तक कई बंगलों पर कमलनाथ सरकार पूर्व मंत्रियों का ही कब्ज़ा बना हुआ है। पूर्व में भी प्रशासन द्वारा बंगला खाली कराने के लिए कई बार पूर्व मंत्रियों को नोटिस दिए जा चुके हैं।  इसके बावजूद अब भी कई मंत्रीयों ने बंगले खाली नहीं किये है।  

जानकारी के अनुसार अब सरकार नए मंत्रियों को बंगला दिलाने के लिए पूर्व मंत्रियों पर बंगला खाली कराने के लिए सख्ती करेगी।इसके लिए संपदा संचालनालय के निष्कासन अधिकारी अपनी टीम के साथ बंगलों पर पहुंचकर बंगलो को खाली करवाने की कार्यवाही करेंगे। 

इन पूर्व मंत्रियों का है कब्ज़ा -

डॉक्टर विजय लक्ष्मी साधो, सज्जन सिंग वर्मा, डॉ. गोविंद सिंग, बाला बच्चन, आरिफ अकील, बृजेन्द्र सिंग राठौर, लाख़न सिंग यादव, औकार सिंह, मरकाम प्रियव्रत सिंह, सुखदेव पांसे, उमंग सिंगार, हर्ष यादव, जयवर्धन सिंह, कमलेश्वर पटेल, लखन घनघोरिया, पीसी शर्मा, सचिन यादव, सुरेंद्र सिंह और हनी बघेल हैं।

इन नए मंत्रियों को मिलेंगे -

बिसाहुलाल सिंह, विजय शाह, अरविंद सिंह, भदौरिया ऐंदल सिंह, कंसाना बृजेन्द्र प्रताप सिंह, प्रेम सिंह, ओमप्रकाश सकलेचा, उषा ठाकुर, डॉ. मोहन यादव, हरदीप सिंग डंग, राजवर्धन सिंह, दत्तीगाव भारत सिंह कुशवाहा, इंदर सिंह परमार, रामखेलावन पटेल, राम किशोर कावरे, बृजेन्द्र सिंग यादव, गिरिराज दंडोतिया, सुरेश धाकड़ और ओपीएस भदौरिया को बंगले आवंटित होंगे

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