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सीएनआई : चर्च की आड़ में फर्जी दस्तावेजों से बेच दी अरबों रूपयों की जमीनें

मधुकर चतुर्वेदी

Update: 2022-08-12 17:53 GMT

Photo - The Living Church (जमीन घोटालों के आरोपों से घिरे बिशप पीसी सिंह का फाइल फोटो)

- काली कमाई का जरिया बना सीएनआई

- चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया के माडरेटर बिशप पीसी सिंह पर आरोप

- सीएनआई के सदस्यों ने कहा-जांच हो, सामने आएगा देश का सबसे बड़ा घोटाला

- सीबीआई और ईडी से जांच कराने की मांग 

नई दिल्ली। उत्तर भारत के विभिन्न चर्च संगठनों का समूह 'चर्च ऑफ नॉर्थ इंडिया' (सीएनआई) एक बार फिर चर्चा में है। देश की सबसे बड़ी ईसाई मिशनरी संस्था सीएनआई के माडरेटर बिशप पीसी सिंह पर चर्च की आड़ में करोड़ो रूपये के घोटाले, चर्च व स्कूलों के जमीन के अलावा सरकारी जमीनों को बेचकर करोड़ों की सम्पत्ति अर्जित करने के गंभीर आरोप लगे हैं। संस्था के जुड़े सदस्यों ने बिशप पीसी सिंह द्वारा किए भष्ट्राचार की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय और ईडी से की है। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि बिशप पीसी सिंह की गतिविधियों की जांच की जाए, तो सरकारी जमीनों को बेचकर सम्पत्ति अर्जित करने का यह देश का सबसे बड़ा घोटाला होगा।

सीएनआई नई दिल्ली के पूर्व बिशप वारिस मसीह ने बताया कि सीएनआई देश की प्रमुख ईसाई संस्था है और दक्षिण के चार राज्यों को छोड़कर पूरे देश की सभी प्रोटेस्टेंट चर्चाे की व्यवस्थाओं, स्कूलों, अस्पतालों की देखरेख इसी के जिम्में है। इसकी सम्पत्तियों की कीमत हजारों करोड़ों में है। उन्होंने कहा कि सीएनआई के माडरेटर बिशप पीसी सिंह के देश के विभिन्न राज्यों में स्कूलों, चर्चो की जमीनों को बेचकर करोड़ों रू. का हेरफेर किया है और हवाला करोबार में भी इनकी संलिप्तता है। वारिस मसीह ने कहा कि बिशप पीसी सिंह के कई बड़े लोगों के सम्बंध के चलते इन पर कोई हाथ नहीं डालता। जबलपुर सीनेट के नितिन लारेंस ने जानकारी दी कि बिशप पीसी सिंह ने सीएनआई की कई जमीनों को बिल्डरों को अवैध रूप से बेचकर मोटी रकम एकत्र की है और सीएनआई के नियमों के विपरीत जाकर जमीनों पर कब्जे कराए हैं।

बिशप पीसी सिंह पर दर्ज हैं 100 से अधिक मुकदमे

नितिन लारेंस ने बताया कि बिशप पीसी सिंह पर मप्र, उप्र सहित उत्तर भारत के कई शहरों में 106 मुकदमें हैं। नितिन लारेंस ने बताया कि मप्र के पंचमढ़ी में हाल ही में बिशप पीसी सिंह ने 300 करोड़ की भूमि अवैध रूप से लीज पर दी है। सीएनआई के अधीन स्कूलों की फीस से पास्टरों को वेतन दिया जा रहा है, जबकि स्कूलों की फीस स्कूलों पर ही खर्च करने का नियम है। डायोसिस ऑफ लखनऊ, 25 महात्मा गांधी मार्ग सिविल लाइंस की अरबों रुपये की संपत्ति जालसाजी कर दूसरी संस्थाओं को हस्तांतरित कर और इसमें से 100 अरब की संपत्ति बेचकर रकम अपने सहयोगियों में बांटने का आरोप की बिशप पीसी सिंह पर है।

दाऊद इब्राहिम के सहयोगी रियाज भाटी को भी दी थी जमीन

जबलपुर सीनेट के नितिन लारेंस ने कहा कि बिशप पीसी सिंह के दाऊद इब्राहिम के सहयोगी रियाज भाटी से भी सम्बंध है। 2016 में इन्होंने मुंबई जिमखाने की जमीन जो सीएनआई के अधीन थी, उस जमीन को रियाज भाटी को लीज पर दे दी। पुलिस जांच में पता चला कि रियाज भाटी के पास उसका एग्रीमेंट था। बिशप पीसी सिंह ने बाद में यह बात भी कही कि वह एग्रीमेंट फर्जी था। लेकिन, जब रियाज भाटी वहां आता था और बैठता तो एग्रीमेंट फर्जी कैसे हो सकता है। नितिन लारेंस ने कहा कि महाराष्ट्र पुलिस ने इस मामले की जांच भी की लेकिन, हुआ कुछ भी नहीं।

गैर भाजपा शासित राज्यों में बिशप पीसी सिंह को मिलता है संरक्षण

नितिन लारेंस ने कहा कि बिशप पीसी सिंह को गैर भाजपा शासित राज्यों में संरक्षण मिलता है। यहां उसके अवैध जमीन के काम आसानी से हो जाते हैं। इसके अलावा वह राजनीतिक रूप से भी लाभ पाता है। उन्होंने बताया कि हाल के उप्र चुनाव में उसने एक खास पार्टी के लिए गुप्त रूप से प्रचार भी किया था।

सभी मामलों की सरकार से जांच और कार्यवाही की मांग

क्राइस्ट चर्च कॉलेज, लखनऊ के प्रधानाचार्य राकेश कुमार चत्री ने बताया कि देशभर की 27 डाइसिस में से अधिकांश में बिशप पीसी का विरोध है। केवल पांच प्रतिशत ही बिशप ही इनके साथ मजबूरी में इसलिए हैं क्योंकि वह बिशप पीसी सिंह इनको या तो नौकरी से हटाने की धमकी देते हैं या फिर कोई लालच देते हैं। राकेश कुमार चत्री ने कहा कि 1970 से जब से सीएनआई बना है, इसके इतिहास में आजतक ऐसा नहीं हुआ कि किसी बिशप को टरमीनेट किया हो। बिशप पीसी सिंह ने 7 को टरमीनेट किया और दो को रिजाइन करने के लिए मजबूर किया। इन बिशपों की गलतियां केवल इतनी थी कि उन्होंने बिशप पीसी सिंह को गलत कामों को करने से रोकने की कोशिश की थी। स्कूलों से पैसे लेना, प्रिंसीपलों को डराना इनका प्रमुख काम है। हम केवल इतना चाहते हैं कि पीसी सिंह पर पूरे उत्तर भारत में 107 एफआईआर हैं, सभी मामलों की सरकार निष्पक्ष जांच और दोषी पर कार्यवाही करे।

हाल ही में गिरफ्तार हुआ है बिशप पीसी सिंह का सहयोगी बिशप पीटर बल्देव

उप्र गैंगस्टर एक्ट में आरोपी बिशप पीटर बल्देव को हाल ही में लखनऊ के हजरतगंज थाने की पुलिस ने मेरठ से गिरफ्तार किया है। बिशप पीटर पर प्रयागराज के थाना शाहगंज और थाना सिविल लाइन में धोखाधड़ी के मुकदमे दर्ज हैं। बिशप पीटर बल्देव को बिशप पीसी सिंह का संरक्षण प्राप्त है। नितिन लारेंस ने बताया कि बिशप पीसी सिंह के हर काम में पीटर बल्देव का हिस्सा रहता है।

देश विरोधी कामों में लगाया जा रहा है धोखाधड़ी से मिला पैसा

नाम न छापने की शर्त पर सीएनआई के एक पूर्व सदस्य ने बताया कि बिशप पीसी सिंह के कारनामों की अगर सीबीआई जांच की जाए तो जमीनों के घोटालों के साथ-साथ कई चैंकाने वाले तथ्य सामने आएंगे। जमीनों को बेचकर मिलने वाले पैसों को देशविरोधी गतिविधियों में लगाया जा रहा है। इसमें ग्रामीण क्षेत्र में धर्मांतरण और कई राजनीतिक दलों को चुनावों के दौरान फंडिंग भी शामिल है।


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