लखनऊ: दानवीर भामाशाह जयंती और व्यापारी कल्याण दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की बड़ी घोषणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भामाशाह जयंती की पूर्व संध्या पर लोक भवन में हुए कार्यक्रम में उत्कृष्ट व्यापारियों को भामाशाह सम्मान से अलंकृत किया।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भामाशाह जयंती की पूर्व संध्या पर लोक भवन में हुए कार्यक्रम में उत्कृष्ट व्यापारियों को भामाशाह सम्मान से अलंकृत किया। इस दौरान उन्होंने कहा, 'स्वामी विवेकानंद को शिकागो धर्म सम्मेलन में भेजने के लिए मैसूर के राजा चामा राजेंद्र वाडियार और खेतड़ी के राजा अजीत सिंह के सहयोग की चर्चा की। साथ ही बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को विदेश पढ़ने के लिए वडोदरा के राजा सयाजीराव गायकवाड द्वारा दी गई स्कॉलरशिप का जिक्र करते हुए कहा कि इन महापुरुषों के सहयोग में जाति कहां थी? ये सहयोग सात्विक और सकारात्मक भाव से किया गया, जिसके परिणामस्वरूप विश्व को विवेकानंद और अम्बेडकर जैसे रत्न मिले।'
मुख्यमंत्री ने इन व्यापारियों का किया सम्मान :
वित्तीय वर्ष 2024-25 में सर्वाधिक कर देने वाले एवं समाज में उत्कृष्ट कार्य करने वाले व्यापारियों में रचना गर्ग, हेमंत शर्मा, मोहम्मद जावेद सिद्दिकी, अमित निगम, अशोक कुमार गुप्ता, नितेश अग्रवाल, प्रतीश कुमार, राजेश कुमार अग्रहरि, डॉ मिथिलेश अग्रवाल, अरविंद चतुर्वेदी, अमित गुप्ता, पुष्पदंत जैन, दिनेश गोयल, साहिल गर्ग को मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया।
दानवीर भामाशाह का योगदान समाज के लिए प्रेरणा :
मुख्यमंत्री ने दानवीर भामाशाह के जीवन और उनके योगदान को याद करते हुए कहा कि भामाशाह का जन्म 29 जून 1547 को राजस्थान में हुआ था। उनकी व्यापारिक कुशलता और मेवाड़ राजवंश के प्रति निष्ठा के कारण उन्हें महामंत्री बनाया गया। हल्दीघाटी के युद्ध में जब महाराणा प्रताप को संसाधनों की कमी का सामना करना पड़ा, तब भामाशाह ने अपनी पूरी संपत्ति महाराणा को समर्पित कर दी। इस सहयोग से महाराणा प्रताप ने अकबर की सेना से मेवाड़ व चित्तौड़गढ़ के किलों को वापस लिया। सीएम योगी ने कहा, कि भामाशाह का यह त्याग ‘नेशन फर्स्ट’ की भावना का प्रतीक है। उन्होंने कहा था कि यह संपत्ति देश से ही अर्जित की गई है और इसे देश के लिए समर्पित करना उनका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि जब जब महाराणा प्रताप की चर्चा होगी, तब तब दानवीर भामाशाह भी याद किये जाएंगे।
हर वर्ष प्रत्येक जनपद में होगा व्यापारी कल्याण दिवस :
मुख्यमंत्री ने जीएसटी विभाग को निर्देश दिया कि प्रत्येक वर्ष प्रदेश के शीर्ष 10 जीएसटी देने वाले व्यापारियों को लखनऊ में और प्रत्येक जनपद के शीर्ष 10 व्यापारियों को स्थानीय स्तर पर सम्मानित किया जाए। साथ ही, उन्होंने कहा कि दुर्घटना का शिकार होने वाले जीएसटी देने वाले व्यापारियों को सरकार की ओर से 10 लाख रुपये की सहायता इस दिन प्रदान की जाए।
पर्यावरण संरक्षण में व्यापारियों से भागीदारी का किया आह्वान :
सीएम योगी ने व्यापारियों से पर्यावरण संरक्षण में योगदान देने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर जिले में एक नदी के पुनरुद्धार और वृक्षारोपण का अभियान चल रहा है। व्यापारी और व्यापार मंडल इस अभियान से जुड़ें। नदियां सबको पानी देती हैं, पेड़ सबको छाया देते हैं। इनके संरक्षण के लिए हमें आगे आना होगा। मुख्यमंत्री ने श्रीमद्भगवद्गीता का उल्लेख करते हुए कहा कि धन की तीन गति होती हैं- दान, भोग और नाश। दान देश, काल और पात्र को देखकर किया जाए तो वह पीढ़ियों को यशस्वी बनाता है। भामाशाह का दान सात्विक था, जिसने मेवाड़ को स्वाधीनता की राह दिखाई।
सीएम ने किया चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन :
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दानवीर भामाशाह के जीवन से प्रेरित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सर्वोच्च राजस्व कर देने वाले व्यापारियों को भामाशाह सम्मान से सम्मानित किया। साथ ही, समाज में विशेष योगदान देने वाले व्यापारियों को भी सम्मानित किया गया। व्यापारियों ने मुख्यमंत्री को गदा भेंट कर उनका अभिनंदन किया।