रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत से रवाना, विदाई में PM मोदी ने दिए ये 6 खास तोहफे
दो दिवसीय दौर पर भारत आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार की शाम दिल्ली से रवाना हो गए हैं। उनके रवाना होने से पहले पीएम मोदी ने 6 खास तोहफे दिए हैं। श्रीमद्भगवत गीता तो आप सबने देखी जानिए अन्य के बारे में...
नई दिल्लीः भारत दौरे पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन शुक्रवार की शाम दिल्ली से अपने देश के लिए रवाना हो गए। उनकी विदाई से पहले पीएम नरेंद्र मोदी ने ऐसे 6 ऐसे खास तोहफे रूस के राष्ट्रपति के पीएम को दिए जो देश की भारतीय मिट्टी,कला और परंपरा की अनूठी छाप लिए हुए हैं।
आपने पीएम मोदी और रूस राष्ट्रपति पुतिन की श्रीमद्भगवत गीता लिए तो देख लिया है। इसके साथ उन्होंने असम की काली चाय, मुर्शिदाबाद का चांदी का चाय सेट, महाराष्ट्र का चांदी का घोड़ा, आगरा का संगमरमर शतरंज सेट, कश्मीर का GI-टैग केसर उपहार में दिए हैं। जानिए इनकी खासियत क्या है।
श्रीमद्भगवत गीताः
पीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को रूसी संस्करण की एक श्रीमद्भगवत गीता का एक संस्करण भेंट किया है। यह ग्रंथ महाभारत युद्ध के दौरान भगवान कृष्ण और अर्जुन के कर्तव्य, आत्मा और मोक्ष के संदेश के जीवन जीने का मार्गदर्शन देती है।
असम की काली चायः
ब्रह्मपुत्र नदी के मैदानी क्षेत्रों में उगने वाली दमदार माल्टी स्वाद वाली काली चाय भेंट में दी है। इस चाय को 2007 में जीआई टैग का गौरव मिला हुआ है। असमिका पत्तियों की पारंपरिक तरीके से तैयार की गई यह चाय अपनी सुगंध, चमकीले रंग के साथ कुछ स्वास्थ्य लाभों को लिए हुए होती है।
सजावटी बंगाल का टी सेटः
राष्ट्रपति पुतिन को केवल चाय की पत्तियां ही नहीं बल्कि इसे पीने के लिए मुर्शिदाबाद का सजावटी सिल्वर टी सेट भी भेंट किया है। इस सेट पर बारीक नक्काशी है, जो पश्चिम बंगाल की शानदार कलाकारी का प्रदर्शन करती है। बता दें कि भारत और रूस दोनों देशों में चाय पीने का गहरा कल्चर है। वहीं, चा आत्मीयता, मेल जोल और रिश्तों की गर्माहट का प्रतीक है।
हाथ से तैयार महाराष्ट्र का चांदी का घोड़ाः
तोहफे की लिस्ट में अगला नंबर महाराष्ट्र का एक हाथ से तैयार चांदी का बना घोड़ा है। यह भेंट बारीक नक्काशी वाला घोड़ा महाराष्ट्र की उत्कृष्ट धातु कला को दर्शाता है। यह भेंट भारतीय और रूसी दोनों संस्कृतियों में मनाई जाने वाली इज्जत और बहादुरी का प्रतीक है। साथ ही साझी विरासत और आपसी सम्मान को दिखाता है।
आगरा के संगमरमर शतरंज सेटः
आगरा शिल्पकला परंपरा से सजा मार्बल चेस सेट तोहफे के रूप में दिया गया है। इसमें रंगीन सेमी प्रेशियस स्टोन के साथ बारीक इनले वर्क किया गया है। भेंट किया गया तोहफा भारतीय कलाकारों की हस्तकला की सुंदरता और सटीकता का उदाहरण है।
कश्मीर का 'लाल सोना' जाफरान केसरः
कश्मीर के लाल सोना के नाम से प्रसिद्ध केसर को लोकल भाषा में कोंग या जाफ़रान के नाम से जाना जाता है। यह केसर कश्मीर के ऊंचे पठारों में उगाया जाता है। जीआई टैग प्राप्त केसर अपनी रंगत,सुगंध और स्वाद के लिए पूरी दुनिया में मशहूर है। रेड गोल्ड कहलाने वाला केसर हस्त तोड़ाई और किसानों की मेहनत का अमूल्य प्रतीक है। यह भेंट विरासत और सेहत दोनों के संगम को दर्शाता है।