Aarti Sathe Controversy: कौन हैं BJP की पूर्व प्रवक्ता आरती साठे? हाई कोर्ट जज की सिफारिश से महाराष्ट्र में मचा बवाल

Update: 2025-08-06 06:47 GMT

Bombay High Court Aarti Sathe Controversy : मुंबई। सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 28 जुलाई 2025 को दिल्ली, बॉम्बे, कलकत्ता, और कर्नाटक समेत छह हाई कोर्ट्स में जजों की नियुक्ति के लिए सिफारिश की थी। देश के मुख्य न्यायाधीश (CJI) बी आर गवई की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय कॉलेजियम ने बॉम्बे हाई कोर्ट के लिए अधिवक्ता आरती अरुण साठे, अजीत भगवानराव कडेथांकर और सुशील मनोहर घोडेश्वर के नाम प्रस्तावित किए। हालांकि, आरती साठे की सिफारिश पर महाराष्ट्र में विपक्षी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP-शरद पवार गुट) ने सवाल उठाए हैं, जिससे यह नियुक्ति विवादों में घिर गई है। आइये जानते हैं कौन हैं आरती साठे और क्या है बवाल...।

कौन हैं आरती अरुण साठे?

आरती साठे बॉम्बे हाई कोर्ट की अनुभवी अधिवक्ता हैं, जिनके पास 20 वर्षों से अधिक का कानूनी अनुभव है। वह प्रत्यक्ष कर मामलों की विशेषज्ञ हैं और सेबी, SAT, CESTAT और वैवाहिक विवादों में बॉम्बे हाई कोर्ट में पैरवी कर चुकी हैं।

आरती साठे फरवरी 2023 से जनवरी 2024 तक महाराष्ट्र BJP की प्रवक्ता और मुंबई BJP विधि प्रकोष्ठ की प्रमुख थीं। व्यक्तिगत और व्यावसायिक कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने जनवरी 2024 में BJP की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। आरती के पिता अरुण साठे एक प्रसिद्ध वकील और RSS-BJP से जुड़े रहे हैं, जो BJP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य भी रह चुके हैं।

NCP विधायक रोहित पवार का विरोध

NCP (शरद पवार गुट) के विधायक रोहित पवार ने साठे की सिफारिश पर सवाल उठाते हुए कहा कि न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता सर्वोपरि है। उन्होंने X पर एक स्क्रीनशॉट साझा कर दावा किया कि साठे BJP की प्रवक्ता रह चुकी हैं और उनकी नियुक्ति से न्यायिक निष्पक्षता पर सवाल उठ सकते हैं।

पवार ने कहा, “सत्तारूढ़ दल से जुड़े व्यक्ति की हाई कोर्ट जज नियुक्ति लोकतंत्र के लिए खतरा है।” हालांकि, उन्होंने साठे की योग्यता पर सवाल नहीं उठाया, लेकिन कॉलेजियम से उनके नाम पर पुनर्विचार और CJI से मार्गदर्शन की मांग की।

BJP का जवाब

महाराष्ट्र BJP ने पवार के आरोपों को खारिज करते हुए इसे निराधार बताया। BJP मीडिया प्रकोष्ठ के प्रभारी नवनाथ बान ने कहा, “साठे ने 2024 में BJP से इस्तीफा दे दिया था। उनकी नियुक्ति योग्यता के आधार पर हुई है, और इसमें कोई अनुचित बात नहीं है।” BJP ने जोर देकर कहा कि साठे का अब पार्टी से कोई संबंध नहीं है।

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