एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग अभियान: आरपीएफ, जीआरपी की संयुक्त कार्रवाई, न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन WB से 56 युवतियों को बचाया गया, 2 तस्कर गिरफ्तार…
न्यू जलपाईगुड़ी: रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) और जीआरपी ने बीते सोमवार को न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर एक बड़े संयुक्त ऑपरेशन में मानव तस्करी का प्रयास विफल कर दिया। ऑपरेशन Anti Human Trafficking Unit के तहत 56 वयस्क युवतियों को तस्करी से बचाया गया और दो संदिग्ध तस्करों जितेन्द्र कुमार पासवान (पुरुष) और चंद्रिमा कर (महिला), निवासी ठाकुरनगर, सिलीगुड़ी को गिरफ्तार किया गया।
विश्वसनीय सूचना के आधार पर 21 जुलाई को दोपहर 3:15 बजे, आरपीएफ की महिला उपनिरीक्षक सारिका कुमारी, एसआई अजय कुमार वर्मा, उनके सहयोगी स्टाफ तथा जीआरपी अधिकारियों ने न्यू जलपाईगुड़ी स्टेशन पर एक सघन तलाशी अभियान चलाया।
यह कार्रवाई रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक और जीआरपी, जलपाईगुड़ी के निर्देशन में की गई। यह ऑपरेशन ट्रेन संख्या 13245 डाउन के विभिन्न डिब्बों में चलाया गया, जहां से 56 युवतियों को बचाया गया और दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया गया।
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि वे इन लड़कियों को रोजगार के नाम पर बेंगलुरु स्थित मोटर पार्ट्स व आईफोन कंपनियों में ले जा रहे थे। उनकी यात्रा का रूट न्यू जलपाईगुड़ी से राजेन्द्र नगर (पटना), दानापुर होते हुए बेंगलुरु था, लेकिन जब आरपीएफ और जीआरपी ने लड़कियों और उनके अभिभावकों से पूछताछ की, तो पाया गया कि वे यात्रा के उद्देश्य से पूरी तरह अनभिज्ञ थे। उन्हें बेंगलुरु में “अच्छी नौकरी” का लालच देकर भेजा जा रहा था। यहां तक कि लड़कियों को उनके कोच व बर्थ नंबर हाथ पर स्याही से लिखकर दिए गए थे, जिससे स्पष्ट हुआ कि वे स्वयं अपनी यात्रा की जानकारी तक नहीं रखती थीं।
उन्हें और उनके अभिभावकों को पर्याप्त समय दिया गया कि वे यात्रा और रोजगार से संबंधित कोई वैध दस्तावेज प्रस्तुत करें, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर या दस्तावेज प्रस्तुत नहीं किए गए अंततः आरोपियों के पास से बरामद सामान समेत दोनों को न्यू जलपाई गुड़ी, जीआरपी के हवाले कर दिया गया। इस संबंध में आरपीएफ की उपनिरीक्षक सारिका कुमारी द्वारा एक लिखित शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके आधार पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 143(3)/3(5) के तहत केस संख्या 59/2025 में मामला दर्ज किया गया है।
सभी 56 युवतियों को आवश्यक औपचारिकताओं के बाद सुरक्षित रूप से उनके परिजनों को सौंप दिया गया। डीएसआरपी/सिलीगुड़ी ने भी घटनास्थल पर पहुंचकर जांच की। इस पूरे अभियान में रेलवे सुरक्षा बल के प्रभारी निरीक्षक तथा उनके स्टाफ द्वारा जीआरपी को हरसंभव सहयोग प्रदान किया गया।