गृह मंत्री शाह ने अरुण जेटली की प्रतिमा का किया अनावरण, कहा - संकट के समय बचाया

Update: 2020-12-28 08:27 GMT

नईदिल्ली। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पूर्व वित्त मंत्री दिवंगत अरुण जेटली की जयंती पर अरुण जेटली स्टेडियम, फिरोजशाह कोटला ग्राउंड में उनकी आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। इस दौरान शाह से साथ जेटली के पुत्र एवं डीडीसीए के अध्यक्ष रोहन जेटली और परिवार के लोग भी उपस्थित रहे। गृहमंत्री शाह ने कहा कि अरुण जेटली बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति थे। खुद को पीछे रखकर कई सारे क्षेत्रों में योगदान करना और प्रसिद्धि की परवाह किए बगैर कार्य को अंजाम तक लेकर जाना अरुण जेटली की खासियत थी।

फिरोजशाह कोटला ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शाह ने कहा कि आज मेरे लिए बहुत सौभाग्य की बात है और आनंद का विषय है कि जहां भारतीय किक्रेट के ऐतिहासिक क्षण जीवंत रहे हैं, स्मृति में रहे हैं और जहां आने वाले दशकों तक इतिहास रचा भी जाएगा, ऐसे स्टेडियम में अरुण जेटली की आदमकद प्रतिमा का अनावरण करने का अवसर मिला। जटेली के राजनीति जीवन पर प्रकाश डालते हुए शाह ने कहा कि वह कॉलेज जीवन से ही राजनीतिक क्षेत्र से जुड़ गए थे और जब देश के लोकतंत्र पर गहरा कुठाराघात हुआ और इंदिरा गांधी ने आपातकाल की घोषणा कर दी तब युवावस्था में दिल्ली यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष होने के नाते 19 महीने तक जेल में रहकर अरुण जेटली ने इसका पुरजोर विरोध किया।

गृहमंत्री ने कहा कि पार्टी ने जेटली को जो भी जिम्मेदारियां सौंपीं उन्होंने उसको बखूबी निभाया। गुजरात से अरुण का बहुत गहरा रिश्ता रहा। वर्षों तक उन्होंने संसद में गुजरात का प्रतिनिधित्व किया। अरुण ने राज्यसभा में 10 साल विपक्ष के नेता का भी कर्तव्य निभाया और कोई भी मामला हो उसपर अपनी तर्कबद्ध दलीलों को सदन के पटल पर रखना, सदन की गरिमा को ठेस पहुंचाए बगैर आक्रमकता से अपनी बात को रखने की उन्हें सिद्धि प्राप्त थी जिसके कारण सत्ता पक्ष की नींद उड़ी रहती थी।

केंद्रीय गृहमंत्री ने कहा कि क्रिकेट में दो तरह का योगदान होता है। एक जो खेलकर देश को सम्मान दिलाते हैं, दूसरे वे जो खेलने के लिए माहौल बनाते हैं। अरुण ने खेल के लिए माहौल बनाया। भारत में क्रिकेट को मजबूत आधार बीसीसीआई और आईपीएल ने दिया है।

उन्होंने कहा कि मेरे जीवन में जब संकट आया तो अरुण ने एक बड़े भाई की भूमिका निभाकर उस संकट से निकाला। जरूरत पड़ने पर बिना डरे मेरा साथ दिया और मार्गदर्शक बने। उन्होंने कहा कि उनकी यह प्रतिमा स्टेडियम में खेलने वाले खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

इस अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी, केंद्रीय खेल मंत्री किरण रिजिजू, केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर, भाजपा के राष्ट्रीय महांमंत्री भूपेंद्र यादव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एवं दिल्ली भाजपा प्रभारी बैजयंत जय पांडा, बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली, सचिव जय शाह के अलावा क्रिकेटर सुरेश रैना, शिखर धवन, सांसद प्रवेश साहिब सिंह, सांसद गौतम गंभीर, दिल्ली भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता उपस्थित थे।

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