केदारनाथ में एयर एंबुलेंस क्रैश: दुर्घटना के समय पांच यात्री थे सवार, कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने दी जानकारी

Update: 2025-05-17 07:11 GMT

Air Ambulance Crash in Kedarnath : केदारनाथ। उत्तराखंड के पवित्र तीर्थस्थल केदारनाथ में 17 मई 2025 को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस सेवा का एक हेलीकॉप्टर केदारनाथ हेलीपैड के पास तकनीकी खामी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे में हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया, लेकिन राहत की बात यह रही कि इसमें सवार सभी यात्री सुरक्षित हैं।

गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने इस घटना की पुष्टि की और बताया कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई। यह घटना चारधाम यात्रा के दौरान केदारनाथ में स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौतियों को फिर से उजागर करती है।

हादसा शनिवार 17 मई 2025 को सुबह करीब 11 से 12 बजे के बीच हुआ, जब एम्स ऋषिकेश की हेली एंबुलेंस केदारनाथ में एक मरीज को लेने के लिए उतर रही थी। हेलीकॉप्टर केदारनाथ हेलीपैड से लगभग 20 मीटर पहले लैंड करने की कोशिश में असंतुलित हो गया।

जिला पर्यटन अधिकारी राहुल चौबे, जो केदारनाथ में हेली सेवाओं के प्रभारी भी हैं, ने बताया कि हेलीकॉप्टर में तकनीकी खराबी के कारण पायलट हेलीपैड पर लैंडिंग नहीं कर सका। इसके बाद पायलट ने पास के एक खुले मैदान में आपातकालीन लैंडिंग का प्रयास किया। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा (टेल रोटर) जमीन से टकरा गया, जिससे वह पूरी तरह टूट गया।

हेलीकॉप्टर में सवार यात्रियों की संख्या को लेकर कुछ अस्पष्टता है। कुछ स्रोतों के अनुसार, इसमें पांच यात्री (दो डॉक्टर, एक पायलट, और दो अन्य मेडिकल स्टाफ) सवार थे, जबकि अन्य स्रोतों ने तीन यात्रियों (एक पायलट, एक डॉक्टर, और एक मेडिकल स्टाफ) की बात कही।

एम्स ऋषिकेश के जनसंपर्क अधिकारी संदीप कुमार सिंह ने पुष्टि की कि हेलीकॉप्टर एक मरीज को लेने के लिए केदारनाथ गया था और सभी यात्री सुरक्षित हैं। हादसे का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें हेलीकॉप्टर का क्षतिग्रस्त पिछला हिस्सा साफ देखा जा सकता है।  

हादसे के दौरान पायलट की त्वरित निर्णय लेने की क्षमता ने बड़ा नुकसान होने से रोक लिया। गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे ने बताया, "हेलीकॉप्टर का पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त होने के कारण क्रैश लैंडिंग हुई। पायलट की सूझबूझ से सभी यात्री सुरक्षित रहे।" पायलट ने असंतुलन होने पर हेलीकॉप्टर को हेलीपैड के बजाय खुले मैदान में उतारने का फैसला किया, जिससे हादसा और गंभीर होने से बच गया।




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