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उत्तर प्रदेश में 30 अप्रैल तक 1 से 12 तक के सभी स्‍कूल बंद

कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश के सभी कक्षा 1 से 12 वीं तक के सभी सरकारी व निजी स्‍कूल 30 अप्रैल तक बंद किए जाने के निर्देश जारी किए हैं।

Update: 2021-04-11 13:23 GMT

लखनऊ: कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने प्रदेश के सभी कक्षा 1 से 12 वीं तक के सभी सरकारी व निजी स्‍कूल 30 अप्रैल तक बंद किए जाने के निर्देश जारी किए हैं।

टीम 11 के साथ आयोजित कोविड समीक्षा बैठक के दौरान सीएम ने कहा कि स्‍कूलों के साथ कोचिंग संस्‍थान भी 30 रहेंगे। हालांकि इस अवधि के दौरान स्‍कूल पूर्व निर्धारित परीक्षाएं करा सकते हैं। इस दौरान मुख्‍यमंत्री ने कोविड-19 वैक्‍सीनेशन कार्य की भी समीक्षा की। उन्‍होंने कहा कि रविवार से टीका उत्‍सव की शुरूआत हुई है। प्रदेश में 6 हजार केन्‍द्रों पर टीकाकरण कार्य जारी है। 85 लाख से अधिक लोगों का टीकाकरण हो चुका है।

मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती से बाबा साहेब आंबेडकर की जयंती तक आयोजित टीका उत्‍सव के इस महत्वपूर्ण अभियान में सभी की सहभागिता आवश्यक है। इसके लिए लोगों को जागरूक करने की जरूरत है, ताकि सभी लोग टीकाकरण का लाभ उठा सकें। इसके लिए सभी विभागों के कार्मिकों को आवश्यकतानुसार कोविड प्रबंधन के कार्य से जोड़ा जाना जरूरी है। साथ ही जरूरत पड़ने पर अतिरिक्‍त मानव संसाधन लगाया जा सकता है। टीकाकरण कार्य में एनएसएस, एनसीसी तथा सिविल डिफेंस की सेवाएं ली जाए।

लेवल 2 व 3 के बेड बढ़ाए जाएं

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कोविड चिकित्सालयों में चिकित्सा कर्मियों, औषधियों, मेडिकल उपकरणों तथा बैकअप सहित ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनाये रखी जाए। लेवल-2 और लेवल-3 के बेड्स बढ़ाए जाएं। शासन तरह से सहयोग करेगा। मुख्‍यमंत्री ने निर्देश दिए कि लखनऊ में एरा मेडिकल कॉलेज, डीएस मिश्र मेडिकल कॉलेज और इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज सहित बलरामपुर हॉस्पिटल को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में कोरोना के इलाज के लिए समर्पित किया जाए। प्रत्येक कोविड हॉस्पिटल में न्यूनतम 700 बेड की उपलब्धता जरूर रहे। यहां सभी आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

कोरोना रोकथाम के लिए टेस्‍ट, ट्रेस व ट्रीट जरूरी

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि कोरोना की रोकथाम के लिए टेस्ट, ट्रेस और ट्रीट के मंत्र को आत्मसात कर कार्य किया जाना जरूरी है। उन्‍होंने कहा कि रोजाना प्रदेश में न्यूनतम एक लाख आरटीपीसीआर टेस्ट किए जाएं। सभी सरकारी तथा निजी टेस्टिंग लैब पूरी क्षमता के साथ कार्य करें। टेस्टिंग में देरी बर्दाश्‍त नहीं की जाएगी।

100 केस मिलने पर लगाए नाइट कर्फ्यू

मुख्‍यमंत्री ने कहा कि जिन जिलों में रोजाना 100 से अधिक कोरोना संक्रमण के केस मिल रहे हैं या पिफर जहां पर कुल एक्टिव केस की संख्या 500 से अधिक है, वहां रात्रि नौ बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाए। कंटेन्मेंट जोन की व्यवस्था को सख्ती से लागू किया जाए।

सभी जनपदों में पीपीई किट, पल्स ऑक्सीमीटर, इंफ्रारेड थरमामीटर, सैनिटाइजर, एंटीजन किट सहित सभी आवश्यक लॉजिस्टिक की पर्याप्त व्यवस्था की जाए। किसी भी जनपद से लॉजिस्टिक के अभाव की शिकायत नहीं आनी चाहिए। प्रदेश में एचएफएनसी और वेंटिलेटर की पर्याप्त उपलब्धता है। इसके बाद भी आवश्‍यकता पड़ने पर अतिरिक्‍त प्रबंध किए जाएं।

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