किसानों की बाछें खिलीं, 2.98 लाख मीट्रिक टन हुई गेहूं खरीद

सभी जिलों में एक अप्रैल से शुरु हुई खरीद में अब तक 55,718 किसानों से 2.98 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है।

Update: 2021-04-17 15:37 GMT

लखनऊ: कोरोना के खिलाफ लड़ाई के बीच योगी सरकार क्रय केंद्रों पर गेहूं की खरीद लगातार कर रही है, ताकि प्रदेश के किसानों को किसी भी तरह की दिक्कत न आए। गेहूं क्रय केंद्रों पर बकायदा कोरोना महामारी को देखते हुए सैनिटाइजर, मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग की गाइ़ड लाइन का पालन कराया जा रहा है।

सभी जिलों में एक अप्रैल से शुरु हुई खरीद में अब तक 55,718 किसानों से 2.98 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदा जा चुका है। क्रय केंद्रों पर व्यवस्थाओं को लेकर किसान मुख्यमंत्री योगी की जमकर तारीफ कर रहे हैं और उन्हें धन्यवाद दे रहे हैं।

योगी सरकार ने प्रदेश में 6000 गेहूं क्रय केंद्र स्थापित किए हैं। किसानों को किसी प्रकार की समस्या न आए, इसके लिए सरकार ने सात क्रय एजेंसियों को नामित किया है, जिसमें खाद्य विभाग, पीएसीएफ, यूपीएसएस, यूपीपीसीयू, एसएफसी, मंडी परिषद और भारतीय खाद्य निगम के क्रय केंद्र हैं। अब तक खाद्य विभाग 85235.19 मीट्रिक टन, पीसीएफ 120125.33 मीट्रिक टन, यूपीएसएस 27092.85 मीट्रिक टन, पीसीयू 36157.85 मीट्रिक टन, एसएफसी 8768.05 मीट्रिक टन, मंडी परिषद 8437.20 मीट्रिक टन और भारतीय खाद्य निगम 12234.30 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद कर चुका है।

नोडल अधिकारी की निगरानी में हो रही खरीद

प्रदेश के प्रमुख छह जिलों की बात करें तो शाहजहांपुर में 40842.518 मीट्रिक टन, पीलीभीत में 34241.525 मीट्रिक टन, अलीगढ़ में 17623.377 मीट्रिक टन, सीतापुर में 12169.37 मीट्रिक टन, बुलंदशहर में 13596.20 मीट्रिक टन और लखीमपुर खीरी में 9830.108 मीट्रिक टन खरीद की गई है। प्रदेश के सभी क्रय केद्रों पर नोडल अधिकारी की तैनाती कर खरीद की निगरानी की जा रही है।

एक लाख से अधिक किसान हुए टोकन से लाभांवित

इस साल सरकार की तरफ से सभी भंडारण गोदाम और समस्त क्रय केंद्रों की रिमोट सेंसिंग एप्लीकेशन सेंटर, लखनऊ के माध्यम से जियो टैगिंग कराई गई है। वहीं, सरकार की तरफ से कोरोना वायरस से बचाव के लिए किसानों की सुविधा के लिए ऑनलाइन टोकन की व्यवस्था की गई है। अब तक कुल 103420 किसानों ने ऑनलाइन टोकन प्राप्त किए हैं।

ताकि किसानों को हो तत्काल भुगतान

रबी विपणन वर्ष 2021-22 में सभी क्रय एजेंसियों, एनआईसी द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर/ ई-उपार्जन पोर्टल पर ऑनलाइन गेहूं क्रय की प्रक्रिया को अनिवार्य रूप से अपना रही है और इस वर्ष धान खरीद की तरह गेहूं की डिलीवरी के बाद भारतीय खाद्य निगम से बिलिंग की सभी प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है, ताकि क्रय एजेंसियों को भारतीय खाद्य निगम से तत्काल भुगतान हो सके।

गेहूं बेचने के लिए मशक्कत नहीं करनी पड़ी : प्रभजीत सिंह

पीलीभीत के गांव लौकाई फार्म के किसान प्रभजीत सिंह ने गेहूं खरीद को लेकर की गई व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि ऑनलाइन पंजीकरण की वजह से उनको गेहूं बेचने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी, बल्कि तेजी से पंजीकरण के सत्यापित होने के कारण उनको काफी मदद मिली है।

गेहूं समर्थन मूल्य बढ़ा, खुशहाल हुआ किसान : जगमेर

शामली के किसान जगमेर सिंह ने भी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने इस वर्ष गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपए निर्धारित किया है, जिसको लेकर आज प्रदेश का किसान संतुष्ट और खुशहाल है। उन्होंने क्रय केंद्र पर सरकार द्वारा की गई व्यवस्थाओं को लेकर भी संतुष्टि जाहिर की।

सही समय पर मिले टोकन से हो रही गेहूं की तौलाई : बिहारी

ललितपुर के ग्राम पटौला के किसान श्याम बिहारी कौशिक ने कहा कि सरकार की सुविधाओं के कारण ही सही समय पर मिले टोकन के आधार पर गेहूं की तौलाई हो रही है। केंद्र पर सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं, जिससे किसानों को किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है।

टोकन से बहुत ज्यादा सहुलियत मिली : जितेंद्र

शाहजहांपुर के किसान जितेंद्र सिंह का कहना है कि इस बार सरकार की तरफ से अच्छी व्यवस्था की गई। टोकन व्यवस्था होने के कारण बहुत ज्यादा सहुलियत मिली है। साथ ही उनका भुगतान भी सही समय पर हो रहा है, जिससे उनका परिवार काफी खुश है।

Tags:    

Similar News