उप्र के 10 जिले हुए कोरोना मुक्त, फिर भी सावधानी बरतने के निर्देश

- प्रदेश के 32 जिलों में कोरोना संक्रमण का एक भी केस नहीं

Update: 2020-04-22 14:38 GMT

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने के साथ इस लड़ाई में योगी सरकार को बड़ी सफलता मिली है। राज्य के 10 जनपदों में बेहतर इलाज की बदौलत मरीज पूरी तरह से ठीक हो गये हैं। इस तरह ये जनपद कोरोना मुक्त हो चुके हैं।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि 53 जनपदों में कुल 1412 कोरोना प्रकरण सामने आये हैं। 165 मरीज ठीक होने पर घर जा चुके हैं। वहीं अब तक 21 लोगों की इस संक्रमण से मौत हुई है। उन्होंने बताया कि कुल 1226 कोरोना एक्टिव केस हैं, जो 43 जनपदों में हैं। पहले कोराना संक्रमित जनपदों की संख्या 53 थी। राज्य में 22 जनपद पहले से ही कोरोना से मुक्त थे। 10 नये जिले इस श्रेणी में शामिल होने से अब कोराना मुक्त जनपदों की कुल संख्या 32 हो गई है।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि इन 10 जनपदों में पीलभीत, लखीमपुर खीरी, हाथरस, बरेली, प्रयागराज, महराजगंज, शाहजहांपुर, बाराबंकी, हरदोई और कौशाम्बी हैं। हालांकि यहां अभी भी सावधानी बरतने के साथ सैम्पल जांच के लिए लगातार भेजने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि ये वायरस किसी भी समय वापस लौट सकता है, इसलिए यहां प्रशासन को सावधान रहने को कहा गया है।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने बताया कि प्रदेश में पूल टेस्टिंग लगातार जारी है। उत्तर प्रदेश पूल टेस्टिंग करने वाला देश का पहला राज्य है। यहां ​किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से इसकी शुरुआत की गई थी। वहीं अब अन्य जगहों की लैब में भी पूल टेस्टिंग की जा रही है। मंगलवार को केजीएमयू में 200 सैम्पल, मेरठ मेडिकल कॉलेज में 200 सैम्पल, इटावा में 180 सैम्पल की पूल टेस्टिंग की गई। जल्द ही प्रयागराज और झांसी मेडिकल कॉलेज भी भी पूल टेस्टिंग शुरू कर दी जायेगी।

उन्होंने कहा कि राज्य में तब्लीगी जमात और उससे जुड़े लोगों की वजह से संक्रमण बड़े पैमाने पर फैला था। इसके बाद मेडिकल स्टेबलिसमेंट इसकी वजह बने। इसलिए सभी सरकारी और निजी अस्पतालों में जहां इलाज किया जा रहा है, वहां पूरी ट्रेनिंग, चिकित्सा उपकरणों और इन्फेक्शन प्रिवेंशन प्रोटोकॉल का पालन करते हुए इलाज करने को कहा गया है, जिससे संक्रमण वहां से नहीं फैले। राज्य में कोरोना इलाज को लेकर सभी एल-1,एल-2 और एल-3 अस्पतालों के चिकित्सकों और पैरामेडिकल स्टॉफ की इस सम्बन्ध में ट्रेनिंग भी पूरी हो चुकी है।

प्रमुख सचिव स्वास्थ्य ने कोरोना केस के मामलों को लेकर कहा कि राज्य में बुजुर्गों की बेहतर देखरेख होने की वजह से वह अब तक सबसे कम संक्रमित हुये हैं। 60 से अधिक उम्र में 8.34 प्रतिशत बुजुर्ग संक्रमित हुए। इनमें 7.28 प्रतिशत वृद्ध पुरुष और 1.06 प्रतिशत वृद्ध महिलाएं हैं।

0-20 आयु वर्ग में कुल 19.51 प्रतिशत संक्रमितों में 15.48 प्रतिशत बालक और 4.03 प्रतिशत बालिकाएं हैं। 21-40 आयु वर्ग में कुल 47.49 प्रतिशत संक्रमितों में 37.03 प्रतिशत युवक और 10.46 प्रतिशत युवतियां हैं। वहीं 41-60 आयु वर्ग में कुल 24.66 प्रतिशत संक्रमितों में 19.01 प्रतिशत पुरुष और 5.65 प्रतिशत महिलाएं हैं। इसके साथ ही प्रदेश में कुल संक्रमित मामलों में 78.80 प्रतिशत पुरुष और 21.20 प्रतिशत महिलाये हैं।   

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