अयोध्या में पोंजी का पितृ-पुत्र प्रपंच: ठगों का गोल्ड सिंडिकेट- पिता-पुत्र की जोड़ी ने रचा पोंजी का महाजाल…
पुत्र के बाद अब पिता भी पहुंचा सलाखों के पीछे!, गैंगस्टर एक्ट की तैयारी, ठगों का नेटवर्क बेनकाब
समीर शाही, अयोध्या। राजनंदिनी गोल्ड और एसएसजी/शिवा ग्रुप जैसे सुनहरे नामों के पीछे छिपी करोड़ों की ठगी की परतें अब एक-एक कर उतरने लगी हैं। पहले ठगी का मास्टरमाइंड रंजीत मौर्य पुलिस की गिरफ्त में आया और अब उसके पिता व कंपनी के पार्टनर बैजनाथ मौर्य को भी पुलिस ने सलाखों के पीछे भेज दिया है।
पोंजी का पितृ-पुत्र प्रपंच
ठगों की इस जोड़ी ने ‘सोने में इन्वेस्ट करो, डबल मुनाफा पाओ’ का सपना दिखाकर अयोध्या से लेकर लखनऊ, बाराबंकी, बस्ती, बनारस तक हजारों निवेशकों की खून-पसीने की कमाई डकार ली। बैजनाथ मौर्य कई मुकदमों में वांछित था और जब बार-बार समन पर कोर्ट में पेश नहीं हुआ, तो न्यायालय ने उसकी जमानत खारिज कर सीधा जेल भेज दिया।
जमानत के नाम पर जाल, फिर गायब होने का कमाल
रंजीत मौर्य का पुराना ट्रैक रिकॉर्ड यही रहा है पहले जमानत, फिर फरारी, और फिर जमानतदारों के सिर पर कर्ज का बोझ। इस बार पुराने जमानतदार डर के मारे खुद कोर्ट में हाजिर होकर जमानत वापस ले रहे हैं। वजह साफ है अदालत अब पीड़ितों का पैसा जमानतदारों से वसूलना चाहती है।
गैंगस्टर एक्ट की तैयारी, ठगों का नेटवर्क बेनकाब
सूत्रों के अनुसार पुलिस अब इस पूरे गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट लगाने की तैयारी में है।इनायतनगर, कुमारगंज, खंडासा, लखनऊ और बाराबंकी के कई सहयोगियों की पहचान हो चुकी है। खास बात यह है कि इस ठग गिरोह को फरारी के दौरान संरक्षण देने वाली एक कथित साध्वी महिला (अम्बेडकर नगर/लखनऊ) और सेना नाम के एक संगठन का बाराबंकी पदाधिकारी भी अब जांच के घेरे में है।
फर्जी लालबत्ती, नकली जज स्टिकर और असलहों का आतंक
रंजीत मौर्य की कारों पर फर्जी जज का स्टीकर, लालबत्ती और हाथ में अवैध असलहे, सोशल मीडिया पर रील और धमकियां ठगी को ताकत और तामझाम से ढकने का यह प्रयास अब खुद उसी पर भारी पड़ गया है।
थानों में दर्ज हैं मुकदमे – अब बारी गैंग की सफाई की
इनायतनगर, महाराजगंज, कोतवाली नगर, कैंट सहित यूपी के कई जिलों में दर्ज हैं धोखाधड़ी, धमकी, जबरन वसूली और शस्त्र अधिनियम के मामले। पुलिस सूत्रों के अनुसार जल्द ही इस गिरोह की पूरी कुंडली उजागर कर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बड़े खुलासे किए जाएंगे।
स्वदेश की चेतावनी
"सुनहरी स्कीमों में छिपे हैं सीमेंट के सील वाले जाल... जहां लालच के बदले मिलती है केवल निराशा और अदालत की तारीखें।"
राजनंदिनी गोल्ड और एसएसजी ग्रुप जैसे फ्रॉड सिंडिकेट की जांच अब निर्णायक मोड़ पर है। अब देखना यह है कि कितने और सफेदपोश इन सोने के दलालों के साथ बेनकाब होते हैं।