बेंगलुरु भगदड़ मामला: अब मृतकों के परिजनों को 10 नहीं 25 लाख मिलेंगे…पढ़िए चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर मची भगदड़ मामले का अब तक अपड़ेट
बेंगलुरु में आईपीएल विजेता रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के सम्मान समारोह के दौरान हुई दुर्घटना ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया था। अब उस केस में रोजाना नए - नए खुलासे हो रहे हैं। अब ताजा अपड़ेट सामने आया है कि सीनियर पुलिस अफसर एमएल करिबसावना गौड़ा ने विधानसभा के बाहर आरसीबी टीम के सम्मान समारोह पर आपत्ति जताई थी और अपने सीनियर अधिकारियों को भी आगाह किया था। दूसरी तरफ मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख की जगह 25 लाख मुआवजे देने का ऐलान किया है।
मारे गए लोगों के परिवारों को मिलेंगे 25 लाख
मुख्यमंत्री कार्यालय से आए बयान के मुताबिक - “मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने चिन्नास्वामी स्टेडियम में भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों के लिए घोषित मुआवजे को 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का आदेश दिया है। हमारी सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि अपने प्रियजनों को खोने का शोक मना रहे परिवारों को वित्तीय कठिनाइयों के कारण और अधिक परेशानी का सामना न करना पड़े।”
एक सदस्यीय कमेटी कर रही जाँच
कर्नाटक सरकार ने इस मामले में जाँच के लिए एक सदस्यीय कमेटी बनाई है जिसकी अध्यक्षता हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज जॉन माइकल कुन्हा कर रहे हैं। कमेटी को 30 दिन के अंदर रिपोर्ट पेश करनी है कि इस हदासे के ज़िम्मेदार कौन लोग हैं? इसके अलावा कमेटी रिपोर्ट में ऐसे उपाय भी बताएगी जिससे कि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कर्नाटक क्रिकेट बोर्ड के सचिव और कोषाध्यक्ष का इस्तीफा
कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के अध्यक्ष रघुराम भट्ट ने शनिवार (7 जून, 2025) को प्रबंधन समिति को भंग करने से इनकार करते हुए कहा कि सचिव ए शंकर और कोषाध्यक्ष ईएस जयराम का इस्तीफा एक आपातकालीन बैठक में स्वीकार कर लिया गया है।
लपरवाही के मिल रहे संकेत
इस घटना में बड़ी लपरवाही के संकेत मिल रहे हैं। सीनियर पुलिस अफसर एमएल करिबसावना गौड़ा ने विधानसभा के बाहर जश्न मनाने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार सचिव सत्यवती को लिखे पत्र में कहा था, लाखों क्रिकेट प्रेमी विधानसभा आने वाले हैं, चूंकि यहां सुरक्षाकर्मियों की कमी है, लिहाजा बंदोबस्त करने में दिक्कत होगी। हालांकि उनकी बात को नज़रअंदाज़ कर दिया गया और फिर जो हुआ उसे सब जानते हैं।
फाइनल के पहले ही तय हो गया था जश्न का आयोजन
केंद्रीय मंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने बताया कि जश्न का आयोजन आईपीएल फ़ाइनल शुरू होने के पहले ही तय हो गया था। वहीं, एफआईआर में भी बताया गया कि फाइनल शुरू होने के ठीक 1 घंटे पहले 3 जून की शाम 6.30 बजे आयोजन की इजाज़त ले ली गई थी।