10 मिनट का अंधेरा, युद्ध जैसी तैयारी: देश के 244 शहरों में ब्लैकआउट मॉक ड्रिल, सायरन बजा, लोग जागरूक हुए…
भोपाल: भारत-पाक तनाव के बीच देश ने एक अभूतपूर्व सुरक्षा अभ्यास किया—"ब्लैकआउट मॉक ड्रिल"। आज शाम 7:30 पर देश के 244 सिविल डिफेंस जिलों में एक साथ ब्लैकआउट और सायरन के ज़रिए युद्ध जैसी स्थिति का अभ्यास किया गया। इस मॉक ड्रिल का मकसद था– आपातकालीन स्थितियों में जनता को जागरूक और तैयार करना।
भोपाल समेत कई शहरों में छाया अंधेरा
राजधानी भोपाल में शाम 7:30 बजे से 10 मिनट के लिए ब्लैकआउट किया गया। सायरन की आवाज़ गूंजी और सड़कें, गलियां, चौराहे पूरी तरह से अंधेरे में डूब गईं।
इनवर्टर, जनरेटर, स्ट्रीट लाइट तक बंद कर दी गईं।
क्या है ब्लैकआउट मॉक ड्रिल?
गृह मंत्रालय ने देश के 25 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 244 जिलों को "सिविल डिफेंस डिस्ट्रिक्ट्स" घोषित किया है। ये जिले सुरक्षा की दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील माने गए हैं। इन्हें संवेदनशीलता के आधार पर तीन कैटेगरी में बांटा गया:
कैटेगरी 1: अत्यंत संवेदनशील
कैटेगरी 2: मध्यम संवेदनशील
कैटेगरी 3: न्यूनतम संवेदनशील
ड्रिल के दौरान सरकारी कर्मचारी, छात्र, अस्पताल कर्मी और आम नागरिकों को यह सिखाया गया कि यदि युद्ध जैसी स्थिति बने या बड़ा आतंकी हमला हो जाए, तो उन्हें कैसे बचाव, सुरक्षा, और एवैक्यूएशन की प्रक्रिया अपनानी चाहिए।
कई जिलों से सामने आया वीडियो