कोलकाता। पिछले 4 सालों से राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए और कोलकाता पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) को चकमा दे रहे बर्धमान ब्लास्ट के दूसरे मुख्य आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका नाम आदिल उर्फ असदुल्लाह (29) है। वह पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के एलिसाबाद गांव का रहने वाला है। इसके पहले एनआईए के हाथों गिरफ्तार किए गए बर्धमान ब्लास्ट के मास्टरमाइंड कौसर का वह राइट हैंड है और जमात उल मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के वांछित आतंकियों में शामिल मिल रहा है। बेंगलुरु के रामनगर में कौशर की गिरफ्तारी के बाद बेंगलुरु छोड़कर भागने की फिराक में था लेकिन कौशर से पूछताछ के बाद एनआईए उसके बारे में जान चुकी थी एवं मंगलवार की देर रात बेंगलुरु कैंटोनमेंट रेलवे स्टेशन के पास ऑटो स्टैंड पर उसे घेर कर गिरफ्तार कर लिया गया। वह भी बर्धमान ब्लास्ट के समय कौशर से पहले फरार हो गया था। जहां-जहां कौशर जाता था वहां-वहां वह भी जाता था। 2014 के बाद ये दोनों कर्नाटक में विभिन्न जगहों पर छिपकर रह रहे थे। इन्हीं दोनों ने मिलकर बोधगया में भी इसी साल 19 जनवरी को आईईडी लगाया था ताकि म्यानमार में रोहिंग्याओं पर किए जा रहे अत्याचार का बदला बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा की हत्या कर ली जा सके। उस समय बौद्ध धर्मगुरु दलाई लामा बोधगया मंदिर में ही ठहरे थे। कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स की टीम इनसे पूछताछ करने के लिए पटना रवाना हो चुकी है। बुधवार को एसटीएफ के उपायुक्त मुरलीधर शर्मा ने इस बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि मंगलवार की रात बेंगलुरु से गिरफ्तार किए गए कौशर और आदिल को लेकर एनआईए की टीम पटना पहुंची है जहां बोधगया मामले में पूछताछ होनी है। इसी दौरान एसटीएफ की टीम भी इनसे पूछताछ कर पश्चिम बंगाल में उनके सहयोगियों के बारे में पता लगाने की कोशिश करेगी। बताया गया है कि कोलकाता पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स के हाथों गिरफ्तार किए गए आतंकियों से पूछताछ के बाद इन लोगों को गिरफ्तार करना संभव हो सका है। पुलिस को चकमा देने के लिए दोनों कपड़ा बेचने का काम करते थे। इनके पास से भारी संख्या में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, बम बनाने की मशीन और 50 से अधिक विस्फोटक यंत्र बरामद किए गए हैं। मुरलीधर शर्मा ने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर इन्हें कोलकाता लाकर भी पूछताछ की जाएगी।