MP News: इंटरनेशनल साइबर ठगों का भांडाफोड़, 14 लाख रुपए की ठगी मामले में मुंबई से दो आरोपी गिरफ्तार
मध्यप्रदेश। पन्ना पुलिस द्वारा अंतरराष्ट्रीय साइबर ठगी नेटवर्क के विरुद्ध निर्णायक कार्रवाई की गई है। पुलिस ने बताया कि, थाईलैंड-कम्बोडिया से संचालित 'डिजिटल अरेस्ट' गिरोह के दो सदस्यों को मुंबई से गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने एक नागरिक से 14 लाख रुपए की ठगी की थी।
सायबर ठगी के हाई-टेक मामले में आरोपियों के कब्जे से थाईलैंड से मंगवाए गए भारत में प्रतिबंधित 12 सिम बॉक्स, एयरटेल कंपनी के करीब 1700 सिमकार्ड, 3 लैपटाप, 1 लाख 50 हजार रूपये नगद, विदेशी करेन्सी सहित अन्य इलेक्ट्रॉनिक सामग्री एवं दस्तावेज कुल मशरूका कीमती करीब 27 लाख 10 हजार रूपये जप्त किए गए हैं। गिरफ्तार आरोपी में ऋषिकेश उर्फ ऋषभ हसूरकर (उम्र 27 वर्ष) और सुरेश गुड़ीमनी (उम्र 31 वर्ष) शामिल है।
दरअसल, अंशु शर्मा निवासी धाम मोहल्ला पन्ना द्वारा 7 फरवरी 2025 को थाना कोतवाली पन्ना में रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। शिकायत में कहा गया था कि किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा कॉल कर उसे “डिजिटल अरेस्ट” की धमकी दी गई एवं कहा गया कि आपकी आईडी अवैध गतिविधियों में संलिप्त पाई गई है। इस प्रकार मानसिक भय एवं भ्रम की स्थिति बनाकर अज्ञात आरोपियों द्वारा फरियादिया से कुल 14,00,000/- (चौदह लाख रुपए) की राशि धोखाधड़ीपूर्वक RTGS के माध्यम से अपने खातों में जमा करवा ली गई।
मामले में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के निर्देशन में गठित पुलिस टीम द्वारा जांच के आधार पर 2 संदेही व्यक्तियों को मुंबई से पुलिस अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। प्रारंभिक पूछताछ में संदेहियों द्वारा अपराध स्वीकार किया गया। पुलिस टीम द्वारा आरोपियों से कड़ाई से पूछताछ किये जाने पर आरोपियों द्वारा बताया गया कि टेलीग्राम के माध्यम से उनकी दोस्ती थाईलैण्ड, कम्बोडिया में रहने वाले विदेशी लोगों से हुई थी।
आरोपियों ने बताया कि, थाईलैण्ड में रहने वाले एक टेलीग्राम यूजर द्वारा हम लोगो से टेलीग्राम के माध्यम से संपर्क करके सिमबॉक्स के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए कहा गया कि इस समय भारत में सिमबॉक्स के माध्यम से फ्रॉड कर लाभ लेने का बहुत अच्छा स्कोप है। आरोपी टेलीग्राम यूजर को बॉस नाम से जानते हैं। इसके बाद बॉस द्वारा कुरीयर के माध्यम से सिमबॉक्स भेजे गये। सिमबॉक्स के संबंध में बॉस से जानकारी आरोपियों ने मुबंई में किराये के फ्लैट में एक सेटअप तैयार किया। बॉस द्वारा एक ऐसा ही सेटअप थाईलैण्ड में होने की बात आरोपियों को बताई गई।
प्रतिबंधित “सिम बॉक्स” के माध्यम से वॉयस कॉल को लोकल कॉल में कन्वर्ट करके आरोपी भारत में रहने वाले लोगों को भ्रमित कर “डिजिटल अरेस्ट” के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस टीम द्वारा उक्त आरोपियों के बताये अनुसार आरोपियों के कब्जे से विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, 1 लाख 50 हजार रूपये नगद, विदेशी करेन्सी एवं दस्तावेज जप्त कर चुकी है। 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। मामले में आरोपियों से पूछताछ पर अन्य बड़े मामलों के खुलासा होने की प्रबल संभावना है।
पुलिस टीम द्वारा आरोपियों के कब्जे से जप्त की गई सामग्री :
12 सिम बॉक्स डिवाइस कीमती करीब 14 लाख 40 हजार रूपये
1700 से अधिक एयरटेल सिम कार्ड्स (प्रत्येक सिमकार्ड में 399 रूपये का प्लान) कीमती करीब 6 लाख 80 हजार रूपये
19 मोबाइल फोन कीमती करीब 3 लाख 50 हजार रूपये ।
3 लैपटॉप कीमती करीब 90 हजार रूपये ।
4 राउटर, 4 गैंगबॉक्स कीमती करीब 20 हजार रूपये ।
8 चेकबुक, ब्लैंक चेक, ATM कार्ड (डेबिट/क्रेडिट कार्ड)
1,50,000/- नगद राशि
थाईलैंड व कम्बोडिया की विदेशी करेंसी
पासपोर्ट एवं अन्य दस्तावेज