रतलाम। प्रदेश के नये उत्पादों को जी.आई टैग मिलने से अन्तर्राष्ट्रीय निर्यात 2022 तक 10 बिलियन डॉलर के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
अभी मध्यप्रदेश की केवल 7 वस्तुओं/ उत्पादों को ही जी.आई. टैग मिले हैं। इनमें चन्देरी का कपड़ा, इंदौर के चमड़े के खिलौने, बाघ प्रिन्ट, दतिया और टीकमगढ़ के धातु शिल्प, महेश्वरी साड़ी, रतलामी सेव और कड़कनाथ मुर्गे को ही वर्ल्ड ट्रेड आर्गेनाइजेशन से संबंधित जियोग्राफिकल इंडिकेशन ऑफ गुड्स (रजिस्ट्रेशन एंड प्रोटेक्शन) एक्ट 1999 के अन्तर्गत जी.आई टैग दिये गये हैं।