Pooja Dhanda: रेसलर पूजा ढांडा को मिला जीवनसाथी, हिसार के बिजनेसमैन अभिषेक बूरा से की सगाई
Haryana International Wrestler Pooja Dhanda Ring Ceremony Update: हरियाणा की इंटरनेशनल रेसलर पूजा ढांडा ने जिंदगी की नई पारी की शुरुआत कर दी है। उन्होंने हिसार के बिजनेसमैन अभिषेक बूरा के साथ सगाई कर ली है। गुरुवार को हिसार स्थित ताज पैलेस में इस खास मौके पर दोनों ने एक-दूसरे को अंगूठी पहनाई। सगाई से पहले पूजा और अभिषेक ने फोटोशूट भी करवाया। कपल की शादी इसी साल 13 नवंबर को ताज पैलेस में ही होगी।
पूजा ढांडा की शादी पूरी तरह अरेंज मैरिज है, जिसका फैसला उनके पिता अजमेर ढांडा ने किया है। इससे पहले 23 फरवरी को दोनों परिवारों की मौजूदगी में रोके की रस्म भी पूरी की गई थी। फिलहाल पूजा हिसार के सुंदर नगर में रह रही हैं। वहीं एक सीनियर कुश्ती ट्रेनर के रूप में अपनी सेवाएं दे रही हैं।
पूजा ढांडा एक साधारण परिवार से निकलकर इंटरनेशनल रेसलिंग मैट तक पहुंची हैं। उनके पिता अजमेर ढांडा पशुपालन विभाग में ड्राइवर रहे और अब रिटायर्ड हो चुके हैं, जबकि मां कमलेश ढांडा गृहिणी हैं। पूजा ने अपनी कुश्ती की शुरुआत हिसार के महावीर स्टेडियम से की थी। दिलचस्प बात यह है कि आज वही पूजा इसी स्टेडियम में बच्चों को कुश्ती की ट्रेनिंग दे रही हैं।
दंगल फिल्म ठुकराकर खेल को दी प्राथमिकता
पूजा ढांडा ने अपने करियर में कई अहम मुकाम हासिल किए हैं। वह यूथ ओलंपिक में भारत के लिए रजत पदक जीत चुकी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में भी देश को मेडल दिला चुकी हैं। उन्हें आमिर खान की फिल्म दंगल में काम करने का ऑफर मिला था, लेकिन उन्होंने रेसलिंग को प्राथमिकता देते हुए फिल्म को ठुकरा दिया।
जूडो से शुरू हुआ सफर
हिसार जिले के गांव बुडाना की रहने वाली पूजा ढांडा का खेलों से नाता उनके बचपन में ही जुड़ गया था। वे अपने पिता अजमेर ढांडा के साथ सुबह दौड़ लगाने जाया करती थीं, जिससे खेलों के प्रति उनकी रुचि बढ़ी। पूजा ने अपने खेल करियर की शुरुआत जूडो से की। इस खेल में उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल जीते। वहीं इंटरनेशनल लेवल पर भी 3 मेडल अपने नाम किए। शुरू से ही उन्होंने खेल को अपने जीवन का हिस्सा बना लिया।
रेसलिंग में जीता यूथ ओलंपिक मेडल
साल 2009 की एशियन जूडो चैंपियनशिप के दौरान पूजा की मुलाकात दिग्गज रेसलर कृपा शंकर बिश्नोई से हुई। उन्होंने पूजा को जूडो छोड़कर रेसलिंग में हाथ आजमाने की सलाह दी। कृपा शंकर की प्रेरणा से पूजा ने कुश्ती को अपनाया और इसका नतीजा यह रहा कि उन्होंने 2010 यूथ ओलंपिक गेम्स में 60 किलोग्राम भारवर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर भारत का नाम रोशन किया।