Cricket: इतिहास रच गया ये वनडे मैच, बल्लेबाज़ों ने मचाई धूम, गेंदबाज़ों की शामत

Update: 2025-06-29 17:19 GMT

Highest Aggregate Score in ODI Match: एक वक्त था जब वनडे क्रिकेट में 300 रन भी एक बड़ा स्कोर माना जाता था, लेकिन फिर आया वो ऐतिहासिक दिन जिसने इस खेल की परिभाषा ही बदल दी। 19 साल पहले ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया वो मुकाबला आज भी क्रिकेट इतिहास में सबसे रोमांचक वनडे में से एक गिना जाता है। पहली बार किसी टीम ने 400 से ज्यादा रन बनाए और दूसरी टीम ने उस लक्ष्य को भी हासिल कर लिया। उस दिन दो शतक और पांच अर्धशतक लगे, और क्रिकेट की दुनिया में नई सोच की शुरुआत हुई।

ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार पार किया 400 का आंकड़ा

मार्च 2006 में जोहानिसबर्ग के वांडरर्स स्टेडियम में वनडे क्रिकेट का इतिहास रचा गया। ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 434 रन बना डाले। एक ऐसा स्कोर जो तब तक किसी ने देखा तक नहीं था। एडम गिलक्रिस्ट (55) और साइमन कैटिच (79) ने तेज शुरुआत दी, लेकिन असली धमाका कप्तान रिकी पोंटिंग ने किया। उन्होंने सिर्फ 105 गेंदों में 164 रन की विस्फोटक पारी खेली। माइकल हसी ने भी 51 गेंदों पर 81 रन बनाकर स्कोर को नई ऊंचाई दी। ये वो दिन था जब 400 रन का आंकड़ा पहली बार टूटा और वनडे क्रिकेट में नई क्रांति की शुरुआत हुई।

क्रिकेट इतिहास की सबसे बड़ी चेज

जिस स्कोर को असंभव माना जा रहा था, उसे दक्षिण अफ्रीका ने नामुमकिन से मुमकिन कर दिखाया। विशाल लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम ने शुरुआती झटका जरूर खाया, लेकिन ग्रीम स्मिथ और हर्शल गिब्स की विस्फोटक साझेदारी ने मैच का रुख बदल दिया। स्मिथ ने सिर्फ 55 गेंदों पर 90 रन बनाए, जबकि गिब्स ने 111 गेंदों में 175 रन ठोक दिए।

यह उनके करियर की सबसे बड़ी वनडे पारी साबित हुई। अंतिम ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 7 रनों की जरूरत थी और 2 विकेट बचे थे। तीसरी गेंद पर एक विकेट गिरा, लेकिन मार्क बाउचर ने दबाव में शानदार चौका लगाकर इतिहास रच दिया और दक्षिण अफ्रीका ने 438 रन बनाकर वनडे क्रिकेट की सबसे बड़ी चेज पूरी की।

एक मैच ने बदल दी वनडे क्रिकेट की परिभाषा

जोहानिसबर्ग में खेले गए इस ऐतिहासिक वनडे में रनों की ऐसी बरसात हुई, जैसी कभी देखी नहीं गई थी। दोनों टीमों ने 400 से अधिक रन बनाए और मैच में कुल 872 रन बने, जो आज भी वनडे क्रिकेट इतिहास का सबसे बड़ा संयुक्त स्कोर है। मुकाबले में 87 चौके और 26 छक्के लगे, जिनसे कुल 504 रन सिर्फ बाउंड्री से आए। हर ओवर में दर्शकों को रोमांच का नया स्वाद मिला और हर शॉट ने इस मुकाबले को एक क्रिकेट महाकाव्य बना दिया। यह सिर्फ एक मैच नहीं था, बल्कि वनडे फॉर्मेट के नए युग की शुरुआत थी।

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