Lords Cricket Ground: किसने बनवाया लॉर्ड्स स्टेडियम? नाम के पीछे की दिलचस्प कहानी जानिए

Update: 2025-06-13 14:34 GMT

Lords Cricket Ground

What Is The History Of Lords Cricket Ground: बेमिसाल खूबसूरती, ऐतिहासिक धरोहर और क्रिकेट की सबसे ऊंची पहचान...ये है लंदन का लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, जिसे दुनिया 'क्रिकेट का मक्का' कहती है। यहां खेलना और इस मैदान की दीवारों पर अपने नाम की गूंज छोड़ना हर क्रिकेटर का सपना होता है। फिलहाल ये ऐतिहासिक मैदान WTC 2025 के फाइनल का गवाह बन रहा है, जहां ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच टेस्ट क्रिकेट के बादशाह का फैसला हो रहा है। आइए जानते हैं लॉर्ड्स के गौरवशाली इतिहास और इसकी खासियतों के बारे में....

थॉमस लॉर्ड के नाम पर पड़ा ‘लॉर्ड्स’ का नाम

लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड का नाम इसके संस्थापक थॉमस लॉर्ड के नाम पर रखा गया है। यह ऐतिहासिक मैदान लंदन के सेंट जॉन वुड, वेस्टमिंस्टर में स्थित है। थॉमस लॉर्ड ने इसे 19वीं सदी की शुरुआत में स्थापित किया था और तब से यह मैदान क्रिकेट इतिहास की अनगिनत महान घटनाओं का साक्षी रहा है। इस स्टेडियम का संचालन और स्वामित्व मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) के पास है, जिसे क्रिकेट के नियमों का संरक्षक भी माना जाता है।

थॉमस लॉर्ड का तीसरा क्रिकेट ग्राउंड



आज हम जिस लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड को जानते हैं, वह दरअसल थॉमस लॉर्ड द्वारा 1787 और 1814 के बीच बनाया गया तीसरा ग्राउंड है। पहला ग्राउंड जिसे अब लॉर्ड्स ओल्ड ग्राउंड कहा जाता है। यह डोरसेट स्क्वायर की साइट पर था। इसके बाद उन्होंने लॉर्ड्स मिडिल ग्राउंड नामक दूसरा ग्राउंड बनाया, जिसका इस्तेमाल 1811 से 1813 तक किया गया। इसे छोड़ना पड़ा क्योंकि उस जगह पर रीजेंट कैनाल बनाया जाना था। इसके बाद 1814 में थॉमस लॉर्ड ने मौजूदा और स्थायी लॉर्ड्स ग्राउंड की स्थापना की, जिसे अब 'क्रिकेट का मक्का' कहा जाता है।

मौजूदा लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड, पुराने मिडिल ग्राउंड की तुलना में लगभग 250 गज (230 मीटर) उत्तर-पश्चिम दिशा में स्थित है। इस ऐतिहासिक स्टेडियम में 31,100 दर्शकों के बैठने की क्षमता है। मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) द्वारा 2017 से 2022 के बीच किए गए रीडेवेलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत इसकी क्षमता को और भी बढ़ाया गया।

लॉर्ड्स में पहला इंटरनेशनल मैच



21 जुलाई 1884 को लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला गया था, जिसमें इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया आमने-सामने थे। यह टेस्ट मैच 23 जुलाई को खत्म हुआ था, जिसमें इंग्लैंड ने एक पारी और 5 रन से जीत हासिल की थी। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 229 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड ने 379 रन बनाए थे। दूसरी पारी में ऑस्ट्रेलिया की टीम 145 रन पर सिमट गई थी और मैच इंग्लैंड ने जीत लिया था। यह मैच लॉर्ड्स की ऐतिहासिक शुरुआत का गवाह बना था।

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