चीता पवन को रास आ रहा है माधव नेशनल पार्क, किया 2 हिरणों का शिकार

कूनो से भाग कर दूसरी बार शिवपुरी के जंगलों में आया पवन

Update: 2023-04-21 06:28 GMT

चीता पवन जिसने बलारपुर के परासरी जंगल में किया 2 हिरणों का शिकार

शिवपुरी। श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क से भागे चीते पवन (पूर्व नाम ओवान) को अब माधव नेशनल पार्क की आबोहवा रास आ रही है। यहां भोजन की आसानी से उपलब्धता और इस नेशनल पार्क का प्राकृतिक वातावरण चीते को अपने अनुकूल लग रहा है। यही कारण है पिछले 50दिन से ओवान ना केवल इस नेशनल पार्क के जंगल में स्वच्छंद विचरण कर रहा है बल्कि इस दौरान उसने दो हिरणों को भी आसानी से अपना शिकार बनाया है। गुरुवार की सुबह नीमीबियाई चीते ओवान जिसको भारत में नया नाम अब पवन दिया गया है, की लोकेशन माधव नेशनल पार्क के बलारपुर कंपाउंड के पास परासरी बताई गई है जो अब सिंध की ओर बड़ रहा है।

चार टीमें लगातार रेडियो कॉलर की मदद से चीते को ट्रैक कर रही हैं-

माधव नेशनल पार्क के प्रबंधक और सीसीएफ उत्तम शर्मा ने बताया कि कूनो नेशनल पार्क से भागकर माधव नेशनल पार्क में आए चीते पवन को जहां का माहौल रास आएगा वह वहां रह सकता है। प्रोटोकॉल के तहत यदि चीता गांव या शहर के आस-पास पहुंचता है तो उसे रेस्क्यू करना पड़ता है। फिलहाल चार टीमें लगातार रेडियो कॉलर की मदद से चीते को ट्रैक कर उसकी सुरक्षा में जुटी हुई है वहीं चीते की हर गतिविधि पर टीम द्वारा लगातार नजर रखी जा रही है।

कूनो से भागे चीते पवन का शिवपुरी में 6वां दिन -

ओवान का शिवपुरी में आज 6वां दिन 15 अप्रैल शनिवार की रात कूनो नेशनल पार्क से भागे चीते पवन का आज शिवपुरी में 6वां दिन है। सबसे पहले चीता कूनो नेशनल पार्क की सीमा से सटे बैराड़ तहसील क्षेत्र के जंगल में पहुंचा यहां दो दिन तक जौराई कैमई, रैय्यान, देवपुरा, ऊंची वरोद जरिया खुर्द और मारौरा-झलवासा गांवों से होता हुआ चीता तीन दिन पहले माधव नेशनल पार्क की उत्तरी सीमा में प्रवेश कर गया था । माधव नेशनल पार्क की चिटौरा चिटोरी बिनेगा और टुंडा भरका वाटरफॉल से रात में फोर लाइन क्रास कर ओवान बर्दखेड़ी गांव के नजदीक पहुंच गया जहां शोर मचाने पर चीता खेतों की ओर भाग गया। बुधवार को डोंगर गांव के एक फार्म हाउस में आराम करने के बाद चीता रात में वहां से निकल गया। फिलहाल नीमीबियाई चीते ओवान की लोकेशन माधव नेशनल पार्क के परासरी में बताई गई है।

थ्री बिग कैट की मौजूदगी वाला पहला पार्क बना माधव नेशनल पार्क

कूनो नेशनल पार्क से भागकर माधव नेशनल पार्क में पहुंचे चीते पवन की मौजूदगी ने इस नेशनल पार्क को अपने आप में बिग कैट स्पीशीज की एक ही स्थान पर उपलब्धता के लिए पहचान बनाने वाला देश का पहला नेशनल पार्क बना दिया है। पूरे देश में अभी तक किसी भी नेशनल पार्क में टाइगर लेपर्ड और चीता एक साथ नहीं देखे गए हैं।जिस तरह से चीता पवन माधव नेशनल पार्क की आबोहवा को पसंद कर रहा है उसे देखकर अगर कहा जाए कि चीतों की बसाहट यहां होगी तो माधव नेशनल पार्क देश का ऐसा पहला नेशनल पार्क होगा जहां पर्यटकों को थ्री बिग कैट टाइगर (वाघ)लेपर्ड (तेंदुआ) और चीता एक साथ देखने को मिलेंगे।

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