Rajim Jewel Loan Scam: इंडियन ओवरसीज बैंक की सहायक प्रबंधक अकिंता को EOW ने किया गिरफ्तार, जानिए क्या है मामला

Update: 2025-04-08 18:45 GMT

Rajim Jewel Loan Scam : रायपुर। छत्तीसगढ़ के राजिम स्थित इंडियन ओवरसीज बैंक शाखा में वर्ष 2022 में सामने आए एक बड़े फर्जी ज्वेल लोन घोटाले में आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो (EOW) ने बड़ी कार्रवाई की है। इस मामले में तत्कालीन सहायक प्रबंधक अकिंता पाणिग्रही को बरगढ़, ओडिशा से गिरफ्तार किया गया है।

अंकिता पर आरोप है कि पाणिग्रही ने बैंक के बंद खातों का दुरुपयोग करते हुए 1.65 करोड़ रुपये के फर्जी ज्वेल लोन स्वीकृत किए और इस राशि का निजी उपयोग किया। गिरफ्तारी के बाद उसे 15 अप्रैल 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया है। यह कार्रवाई भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत की गई है।

ये है पूरा मामला

इस घोटाले का खुलासा साल 2022 में हुआ था, जब बैंक अधिकारियों ने खाताधारकों के निष्क्रिय खातों में असामान्य लेन-देन की शिकायत मिली। जांच में पता चला कि अकिंता पाणिग्रही ने इन खातों का गलत इस्तेमाल करते हुए फर्जी ज्वेल लोन की स्वीकृति दी और राशि को अपने निजी लाभ के लिए हड़प लिया। इस मामले में ईओडब्ल्यू ने लंबे समय से जांच चलाई। 8 अप्रैल 2025 को पाणिग्रही को बरगढ़ से गिरफ्तार किया गया। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान अन्य संलिप्त व्यक्तियों के नाम भी सामने आ सकते हैं।

ईओडब्ल्यू की जाँच शुरू

ईओडब्ल्यू ने इस मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के प्रावधानों के तहत कार्रवाई शुरू की है। गिरफ्तारी के बाद अकिंता पाणिग्रही को 15 अप्रैल 2025 तक पुलिस रिमांड पर भेजा गया है, ताकि मामले की गहराई से जांच हो सके।

ईओडब्ल्यू के अधिकारी इस घोटाले के अन्य पहलुओं और संभावित सह-अपराधियों की भूमिका की पड़ताल कर रहे हैं। बैंक अधिकारियों और खाताधारकों से भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं, ताकि पूरी साजिश का पता लगाया जा सके।

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