वीर बाल दिवस: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 20 बच्चों को दिया 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार'
राष्ट्रपति ने 20 बच्चों को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' दिया ।
दिल्ली: खबर दिल्ली से है जहां वीर बाल दिवस के अवसर पर राष्ट्रपति ने 20 बच्चों को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' दिया । सभी बच्चों को 18 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से चुना गया है। आपको बता दें कि कम उम्र के क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी पुरस्कार लेने के लिए दिल्ली में हैं, इसलिए वो विजय हजारे टूर्नामेंट में मणिपुर के खिलाफ मैच नहीं खेल रहे हैं। राष्ट्रीय बाल पुरस्कार पाने वाले बच्चों में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान बॉर्डर पर जवानों को चाय-नाश्ता देने वाले फिरोजपुर के श्रवण सिंह भी शामिल हैं।
दो ऐसे बच्चों को भी पुरस्कार
2 बच्चों को मरणोपरांत पुरस्कार दिया गया इनमें तमिलनाडु की ब्योमा और बिहार के कमलेश कुमार का नाम शामिल है। इनके पुरस्कार माता-पिता ने लिए। वीर बाल दिवस गुरु गोविंद सिंह के चार बेटों की शहादत के सम्मान में आयोजित किया जाता है। गुरु गोविंद सिंह के तीन पत्नियों से चार बेटे थे, जिनका नाम अजीत, जुझार, जोरावर और फतेह था। इन्हें साहिबजादे भी कहा जाता है।26 दिसंबर 1705 को चारों बेटों की मुगल सेना ने हत्या कर दी थी। उनकी शहादत का सम्मान करने के लिए PM मोदी ने 2022 में 26 दिसंबर को वीर बाल दिवस मनाने की घोषणा की थी।
9 साल की सोशल मीडिया स्टार 20 मिलियन हैं फॉलोअर
मिजोरम की 9 साल की एस्तेर लालदुहावमी हनामते को कला और संस्कृति के लिए पुरस्कार मिला। लालदुहावमी के गाए गए गीत को गृह मंत्री अमित शाह ने सराहा और उन्होंने गिटार दिया। हनामते के पिता लोहार हैं। हनामते एक यूट्यूब स्टार हैं और उनके चैनल पर 20 मिलियन फॉलोवर्स हैं।
मगरमच्छ से लड़कर पिता को बचाया
उत्तरप्रदेश के 9 साल के अजय राज को साहस के लिए अवॉर्ड दिया गया। आगरा के अजय ने अपने पिता को मगरमच्छ की पकड़ से बचाया था। उन्होंने लकड़ी से वार कर मगरमच्छ को मारा था।
कमलेश को भी किया गया याद
कमलेश कुमार को मरणोपरांत साहस के लिए पुरस्कृत किया गया। दुर्गावती नदी में एक दूसरे बच्चे के बाहर जाने पर उसकी जान बचाने के लिए अपनी जान की परवाह किए बगैर नदी में कूद गए। इसमें उनकी जान चली गई। पुरस्कार उनके पिता दुखी शाह ने लिया।