तुर्की-अज़रबैजान के खिलाफ व्यापारिक एकजुटता: CAIT ने किया व्यापार के बहिष्कार का ऐलान…

Update: 2025-05-16 13:52 GMT

नई‍ दिल्‍ली: शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय व्यापार सम्मेलन में देशभर से आए 125 से अधिक व्यापार जगत के दिग्गजों ने सर्वसम्मति के साथ यह संकल्प लिया कि भारत का व्यापारिक समुदाय तुर्की और अज़रबैजान के साथ किसी भी तरह के व्यापार और व्यावसायिक संबंधों का पूर्ण बहिष्कार करेगा जिसके अंतर्गत बिजनेस यात्रा और पर्यटन भी शामिल हैं।

कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा आयोजित राष्ट्रीय व्यापारी सम्मेलन में पूर्व केंद्रीय मंत्री और कैट की स्ट्रैटेजिक एडवाइज़र स्मृति ईरानी ने भी तुर्की और अज़रबैजान के साथ सभी व्यापारिक संबंध समाप्त करने के निर्णय का पूर्ण समर्थन किया है।

स्मृति ईरानी ने व्यापार जगत के इस फैसले को भारतीय सेनाओं के शौर्य और पराक्रम के प्रति सम्मान बताया। इस मौके पर ईरानी ने CAIT से आग्रह किया कि वह नेशनल डिफेंस फंड (राष्ट्रीय रक्षा कोष) में स्वेच्छा से योगदान भी दें जिससे शहीद सैनिकों के परिवारों की सहायता में देश का व्यापारी समुदाय भी सक्रिय भूमिका निभा सके।

कैट के व्यापारिक समुदाय ने भारतीय फिल्म उद्योग से भी अपील की है कि वे तुर्की और अज़रबैजान में किसी भी प्रकार की फिल्म की शूटिंग न करें, और यदि कोई फिल्म वहाँ शूट होती है, तो व्यापार जगत और आम जनता ऐसे फिल्मों का बहिष्कार करेगी। कैट ने कॉरपोरेट जगत से भी अपील की है कि तुर्की और अज़रबैजान में अपने उत्पादों के प्रमोशन की शूटिंग नहीं करें अगर वो ऐसा करते हैं तो उनके उत्पादों का भारत में बहिष्कार किया जाएगा।

CAIT के राष्ट्रीय महासचिव और भी सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि तुर्की और अज़रबैजान ने भारत की सद्भावना, सहायता और रणनीतिक समर्थन का लाभ उठाया और आतंकवादी देश पाकिस्तान का साथ दे रहा है।

दोनों देशों का यह रूख 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं का भी अपमान है। प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि "भारतीय व्यापारिक समुदाय हमेशा राष्ट्र के साथ खड़ा रहा है। भारत की एकता और अखंडता को चुनौती देने वालों को उत्तर शांति और प्रभावशाली अस्त्र आर्थिक बहिष्कार के माध्यम से हम देते हैं।"

CAIT के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी. सी. भरतिया ने दोनों देशों की नीतियों को “अकृतज्ञ और भारत विरोधी” बताया और कहा कि ऐसे देशों को भारत से किसी भी प्रकार का आर्थिक सहयोग नहीं मिलना चाहिए।

व्यापारियों समुदाय ने ने भारत सरकार द्वारा तुर्की की कंपनी “Celebi Ground Handling India Private Limited” की सुरक्षा मंजूरी रद्द करने के निर्णय को राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में बताया ।

CAIT द्वारा लिए गए मुख्य निर्णय इस प्रकार है

1. तुर्की और अज़रबैजान के उत्पादों का देशव्यापी बहिष्कार। जिसमें तुर्की और अज़रबैजान से आयात-निर्यात बंद भी शामिल।

2. व्यापारिक संबंधों पर पूर्ण विराम:

इन देशों की कंपनियों या संस्थानों के साथ किसी भी प्रकार की व्यावसायिक साझेदारी से नहीं होगी ।

3. यात्रा और पर्यटन योजनाओं का बहिष्कार:

टूरिज्म और यात्रा एजेंसियों और इवेंट प्लानर्स से अपील किया गया है कि वे तुर्की और अज़रबैजान को पर्यटन या व्यावसायिक गंतव्य के रूप में अपनी लिस्ट में शामिल नहीं करें।

4. भारत सरकार से अपील:

कैट व्यापार और उद्योग मंत्रालय तथा विदेश मंत्रालय को एक ज्ञापन भी सौंपेगा, जिसमें इन देशों के साथ सभी व्यावसायिक संबंधों की नीति स्तर पर समीक्षा की मांग की जाएगी।

दिल्ली में CAIT द्वारा आयोजित इस सम्मेलन में देश के 24 राज्यों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और एक प्रस्ताव पारित करते हुए ये आह्वान किया कि देश की ऐसी मुश्किल घड़ी में वो तन, मन और धन के साथ पूरी एकजुटता के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं।

साथ भारत के व्यापार जगत उन सभी ताकतों का सख्ती से विरोध करने का संकल्प लिया है जो भारत के खिलाफ खड़ी हैं। व्यापारिक समुदाय का मानना है कि यह तुर्की और अजरबैजान ने भारत के साथ एक प्रकार का विश्वासघात किया है।

विशेष रूप से उस मानवीय एवं कूटनीतिक सहायता को देखते हुए जो भारत ने कोविड जैसे संकट के समय इन देशों को मैत्री डिप्लोमेसी के तहस वैक्सीन और अन्य सहायता सामग्री दी थी। 

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