नकली - मिलावटी खाद - कीटनाशक बेचने वालों को छोड़ेंगे नहीं: शिवराज सिंह चौहान ने कहा - जल्द जारी करेंगे टोल फ्री नंबर

Update: 2025-07-16 15:50 GMT

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान

नई दिल्ली। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के 97वें स्थापना दिवस के अवसर पर नई दिल्ली पूसा परिसर में कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। उन्होंने कहा कि, मुझे कहते हुए गर्व होता है कि ICAR ने भारतीय कृषि की तस्वीर और किसानों की तकदीर बदलने में बड़ी भूमिका निभाई है लेकिन हमें रुकना नहीं है, निरंतर आगे बढ़ना है और विकसित भारत के लिए विकसित कृषि के संकल्प को साकार करना है।

उन्होंने कहा, 'मुझे पूर्ण विश्वास है कि ICAR के हमारे कृषि वैज्ञानिक, अधिकारी-कर्मचारी इसमें अपना पूर्ण योगदान देंगे। आज फसल का उत्पादन भी बढ़ा है और किसानों की आय भी बढ़ रही है। अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ किसानों तक पहुंच रहा है। ICAR के इस स्थापना दिवस को हम किसानों की जरूरतों पर केंद्रित शोध का संकल्प लेकर और अधिक अर्थपूर्ण बना दें। इसे किसान और देश दोनों के लिए उपयोगी बना दें। यही मेरा आप सभी से आह्वान है।'

किसान के साथ लूट नहीं होने देंगे :

'बाजार में बायोस्टिमुलेंट उत्पाद मनमाने ढंग से बेचे जा रहे थे, न कोई SOP, न कोई प्रमाण। कंपनियां बंद हो जाएं तो हो जाएं, पर किसान को बर्बाद नहीं होने देंगे। दुकान पर किसान को DAP के साथ जबरदस्ती दूसरी चीजों को भी खरीदने पर मजबूर किया जाता है। मैंने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। किसान भाइयों से मैं कहना चाहता हूं कि हमें कृषि मंत्रालय में खबर करें, इसके लिए हम टोल फ्री नंबर भी जारी करेंगे, किसी भी कीमत पर किसान के साथ लूट नहीं होने देंगे।'

सीड और पेस्टिसाइड एक्ट बनेगा :

हम सीड और पेस्टिसाइड एक्ट बना रहे हैं। अगर किसी ने घटिया, अमानक और नकली बीज, खाद और कीटनाशक बेचा तो उस पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अब शोध किसान की जरूरत के हिसाब से होगा। 'वन टीम, वन टास्क' वैज्ञानिकों की टीम किसानों की जरूरत के अनुसार रिसर्च करें।

ट्रोल फ्री नंबर भी जारी करेंगे :

हमारे वैज्ञानिक ऐसी तकनीक या उपकरण विकसित करें, जिनसे किसानों को यह आसानी से पता चल सके कि खाद या कीटनाशक असली है या नकली। इस संबंध में हम ट्रोल फ्री नंबर भी जारी करेंगे। नकली और मिलावट खाद व कीटनाशक बेचने वालों को हम छोड़ेंगे नहीं। विकसित कृषि संकल्प अभियान दुनिया का सबसे बड़ा अभियान था। हमारे वैज्ञानिक लैब से निकलकर लैंड तक पहुंचे, किसानों के साथ स्वस्थ चर्चा हुई। कई महत्वपूर्ण बातें सामने आईं, जो अब हमारी शोध की दिशा भी तय कर रही हैं। मैं इस अभियान के लिए ICAR की पूरी टीम को बधाई देना चाहता हूं।

रसायन और उर्वरक का कम से कम इस्तेमाल :

हमारी उपलब्धियां तो कई हैं, लेकिन चुनौतियां भी अनंत हैं। एक तरफ हमें खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करनी है, तो दूसरी तरफ धरती के स्वास्थ्य को भी बचाकर रखना है। ऐसे में रसायन और उर्वरक कम से कम इस्तेमाल कर, उत्पादन कैसे बढ़ाया जाए इस पर हमें गंभीरता से काम करना होगा।

आधुनिक महर्षि हैं वैज्ञानिक :

'वैज्ञानिक मेरे लिए आधुनिक महर्षि हैं, जो अपनी बुद्धि और ज्ञान का उपयोग करके निरंतर अनुसंधान में जुटे रहते हैं। देश के कल्याण, विश्व के कल्याण और मानवता के कल्याण, राष्ट्र की प्रगति और विकास में वैज्ञानिकों के योगदान को मैं शत-शत प्रणाम करता हूं। कभी खाद्यान्न उत्पादन में हमारी निर्भरता दूसरे देशों पर होती थी और हम पीएल - 480 गेहूं खाते थे लेकिन आज मुझे गर्व है कि देश के अन्न के भंडार भरे हैं। रिकॉर्ड उत्पादन हो रहा है।'

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