थरूर के बाद अब खुर्शीद के बयान से नाराज कांग्रेस!: “क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?” - सलमान खुर्शीद
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर के बाद वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने जिस तरह से अपना बयान दिया है उससे साफ समझ आता है कि फिलहाल काँग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं है और शशि थरूर और सलमान खुर्शीद जैसे कई नेता काँग्रेस पार्टी के लिए सिरदर्द बनते जा रहे हैं।
राहुल गांधी ऑपरेशन सिंदूर पर सरकार से लगातार सवाल कर रहे हैं। राहुल कभी मारे गए आतंकवादियों की लिस्ट तो कभी राफेल क्राफ्ट पर पाकिस्तान के दावों पर जवाब मांग रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पार्टी के कई वरिष्ठ नेता विदेशों में भारत की जीत के परचम लहर रहे हैं और काँग्रेस पार्टी के अंदर देशभक्ति के पैमाने तय कर रहे हैं।
सलमान खुर्शीद भी इन दिनों सर्वदलीय डेलीगेशन का हिस्सा बन कर कई देशों में भारत की उपलब्धि और नीति के बारे में चर्चाएं कर रहे हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की आतंकवाद पर नई नीति की प्रशंसा भी कर रहे हैं और सर्जिकल स्ट्राइक तथा अनुच्छेद 370 हटाने के मुद्दों पर पार्टी लाइन से अलग मोदी सरकार का समर्थन करते नजर आ रहे हैं।
कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने सोमवार को उनके ऑल पार्टी डेलिगेशन के दौरे के बाद देश में भीतर मचे राजनीतिक उथल-पुथल को लेकर चिंता जाहिर की है। उन्होंने एक्स पोस्ट में लिखा है कि “जब हम आतंकवाद के खिलाफ एक मिशन पर हैं, ताकि दुनिया में आतंकवाद की पोल खोली जा सके। लेकिन ये बात काफी तकलीफ देती है देश में बैठे अपने ही लोग हमारी सियासी वफादारी का गुना-गणित कर रहे हैं। क्या देशभक्त होना इतना मुश्किल है?”
उल्लेखनीय है कि अभी कुछ दिन पहले ही शशि थरूर को पार्टी की ओर से उस समय कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जब उन्होंने सीमा पार भारत की पहली सर्जिकल स्ट्राइक को हरी झंडी दिखाने के लिए पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को श्रेय दिया था और कहा था कि भारतीय सशस्त्र बलों ने सीमा पार करके पाकिस्तान को जबरदस्त सबक सिखाया था। साथ ही शशि थरूर ने मोदी सरकार के सुरक्षा सिद्धांत का खुल कर समर्थन किया था जिसके कारण उन्हें पार्टी से कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा।
कॉंग्रेस पार्टी के कई शीर्ष नेताओं ने उनके विचारों पर आपत्ति जताई थी। इन आलोचनाओं पर शशि थरूर का जवाब था कि उनके पास करने के लिए कई सकारात्मक कार्य हैं जब वो भारत लौटेंगे तो निश्चित रूप से अपने आलोचकों को जवाब देंगे।
बता दें कि भारत के सर्वदलीय डेलीगेशन का हिस्सा कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने विदेश दौरे में अपनी बात चीत में कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के पक्ष में बयान दिया है इसके बाद सियासी बयानबाजी की शुरूआत हो गई थी।
उन्होंने इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता में कहा था कि, "जम्मू कश्मीर से धारा 370 हटने के बाद समृद्धि आई है। इसके साथ ही लोकतांत्रिक प्रगति भी हुई है। सेना के भीतरी गुट शक्तिशाली बनने के लिए एक-दूसरे से होड़ कर रहे हैं। फिर भी हमने संयम और धैर्य दिखाया।
बता दें कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने रविवार को आतंकवाद के खिलाफ भारत के इकट्ठे प्रयास और आतंकवाद से निपटने के लिए सामूहिक वैश्विक एकजुटता और उनकी प्रतिक्रिया की दरकार का भी उल्लेख किया है और उन्होंने कहा, "भारत एक स्वर से कह रहा है, 'आतंकवाद अब और नहीं” ऐसे में हम दुनिया को शांतिपूर्ण और समृद्ध बनाने के लिए आतंकवाद के खिलाफ सामूहिक आवाज की उम्मीद करते हैं और हम पूरी उम्मीद और भरोसे के साथ कह सकते हैं, 'हम होंगे कामयाब'।
अपनी इस यात्रा के दौरान लगातार सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य, पूर्व विदेश मंत्री और कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ऑपरेशन सिंदूर पर पड़ोसी मुल्क की पोल खोल रहे हैं। बार-बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने पर अपनी हर बात-चीत में वह पाकिस्तान पर खूब भड़के नजर आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन कर रहा है। इससे साफ है कि पाकिस्तान में किसी का नियंत्रण नहीं है।
शशि थरूर के बाद कॉंग्रेस नेता सलमान खुर्शीद के इस बयान से कांग्रेस पार्टी में बेचैनी पैदा हो गई है। हालांकि कांग्रेस ने आधिकारिक रूप से इस पर चुप्पी साधे रखी और थरूर के मामले के विपरीत, जहां उसने सार्वजनिक मंच पर उनकी मोदी भक्ति पर सवाल उठाए थे, सलमान खुर्शीद पर चुप्पी साधे रखा।
उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन सिंदूर के कुछ दिन बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला था। लेकिन पार्टी के दिग्गज नेताओं द्वारा विदेश यात्रा के दौरान मोदी सरकार के ऑपरेशन सिंदूर और उसके बाद वैश्विक आउटरीच मिशन के समर्थन में आने के बाद कांग्रेस पार्टी इस मामले पर अपनी ही पार्टी में घिरी हुई और चिंतित नजर आ रही है।