मेयर चुनाव को लेकर भाजपा-आप सड़क पर, एक-दूसरे के खिलाफ किया प्रदर्शन

Update: 2023-01-09 11:33 GMT

नईदिल्ली।  दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में मेयर के चुनाव के दौरान हुए हंगामें को लेकर राजनीति जारी है। सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) व आम आदमी पार्टी (आप) ने एक दूसरे पर आरोप लगाते हुए धरना प्रदर्शन किया। भाजपा ने जहां आप मुख्यमंत्री केजरीवाल के आवास पर प्रदर्शन किया। वहीं आप ने भाजपा कार्यालय पर प्रदर्शन किया।आप ने आरोप लगाया कि भाजपा उपराज्यपाल के साथ मिलकर संविधान की हत्या कर रही है। आप नेताओं ने आज भाजपा के केन्द्रीय कार्यालय पर एकत्र होकर पार्टी के खिलाफ नारेबाजी की।

आप नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल ने बेईमानी से प्रोटेम मेयर चुन लिया। 10 भाजपा कार्यकर्ताओं को एलडरमैन बना दिया। अब गुंडागर्दी करके एलडरमैन से मतदान करवाना चाहते हैं। हम कांग्रेस पार्टी नहीं हैं। हम भाजपा को एमसीडी पर कब्ज़ा नहीं करने देंगे। हम अपनी जान दे देंगे लेकिन भाजपा से अपना हक़ छीन कर रहेंगे।आप नेता संजीव झा ने कहा कि एलजी ने अवैध तरीके से भाजपा कार्यकर्ताओं को एल्डरमैन नियुक्त कर संविधान की हत्या की है, जिसका हम विरोध कर रहे हैं। एलजी और भाजपा के एजेंट के तौर पर काम करना बंद करें और देश की जनता को बताए कि अवैध तरीके से चुने गए एलडरमैन वोट करेंगे या नहीं? 


वहीं भाजपा नेताओं ने दिल्ली नगर निगम सदन में बाबा साहेब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया और कार्यकारी अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा और विपक्ष के नेता रामवीर सिंह बिधूड़ी के नेतृत्व में चंदगीराम अखाड़े से होते हुए मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन जारी किया।भाजपा अध्यक्ष विरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि 6 जनवरी के दिन आप के नेताओं द्वारा निगम के सदन में की गई गुंडागर्दी बेहद ही शर्मनाक है। हम अरविंद केजरीवाल की गुंडागर्दी बिल्कुल भी नहीं चलने देंगे। केजरीवाल सरकार राजनीतिक मर्यादाओं का दोहन करना बंद करे।

मुख्यमंत्री आवास पर प्रदर्शन के दौरान दिल्ली पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं पर वाटर कैनन का इस्तेमाल किया। इसके बाद पुलिस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया। सांसद प्रवेश वर्मा ने प्रदर्शन में भाग लिया। उन्होंने कहा कि हमारा विरोध तब तक जारी रहेगा जब तक मुख्यमंत्री केजरीवाल के 'गुंडे' नगर पार्षदों को निलंबित नहीं करते। नगर पार्षदों की हिम्मत कैसे हुई हमारी महिला पार्षदों के साथ मारपीट करने की। इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। हम उपराज्यपाल से इन पार्षदों को निलंबित करने का अनुरोध करते हैं।

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