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चेम्बर चुनाव में हुआ 91 प्रतिशत मतदान

Update: 2019-03-15 18:36 GMT

कड़ी सुरक्षा में पड़े मत

ग्वालियर/न.सं.। मध्यप्रदेश चेम्बर ऑफ कॉमर्स के चुनाव भारी पुलिस बल के बीच शुक्रवार को संपन्न हो गए। इस चुनाव में 2928 में से कुल 2684 मत पड़े, जिसमें 2471 स्थानीय और 213 डाक मतपत्र डाले गए। इस प्रकार इस चुनाव में लगभग 91.66 प्रतिशत मतदान हुआ। चेम्बर ऑफ कॉमर्स का चुनाव निर्वाचन अधिकारी सी.ए. अशोक विजयवर्गीय, संयुक्त निर्वाचन अधिकारी के.जी. दीक्षित एवं सहायक निर्वाचन अधिकारी अरविन्द गौड़ द्वारा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराया गया। इस चुनाव में प्रशासन और पुलिस अधिकारियों सहित 150 की संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। चुनाव में हल्के-फुल्के विवाद भी हुए, किन्तु कोई बड़ी अप्रिय घटना सामने नहीं आई।


चेम्बर में मतदान सुबह आठ बजे शुरू होकर शाम को पांच बजे तक चला। मतदान के लिए पदाधिकारियों के लिए दो और कार्यकारिणी सदस्यों के लिए नौ पोटियों का उपयोग किया गया। बाहरी डाक मतपत्र के लिए एक अलग पेटी मंच पर रखी गई। मतपत्र पर सील लगाने के लिए बीस अस्थाई बूथ बनाए गए थे। इस चुनाव में खास बात यह रही कि चेम्बर के ऐसे सदस्य मतदाता, जो अंदर आकर मत नहीं डाल सकते थे, उनके लिए मत डलवाने का कार्य दो पर्यवेक्षक अरविन्द अग्रवाल एवं रामनिवास अग्रवाल और सहायक निर्वाचन अधिकारी अरविन्द गौड़ ने किया। चुनाव के दौरान एसडीएम झांसी रोड अनिल बनवारिया, सीएसपी के.एन. गोस्वामी, कोतवाली थाना प्रभारी अजय चानना, विश्वविद्यालय थाना प्रभारी वाय.एस. तोमर सहित 150 की संख्या में पुलिस बल व अन्य सुरक्षाकर्मी आदि उपस्थित थे। मतदान और मतगणना कराने का कार्य लगभग 50 सी.ए. व अभिभाषकों द्वारा किया गया।

संजय शर्मा ने फाड़ा मतपत्र

चेम्बर सदस्य संजय शर्मा भी चुनाव में मतदान करने के लिए आए। संजय के द्वारा मतपत्र लेकर बूथ में जाकर सील भी लगा ली गई। सील गलत लगने के कारण वह कुछ ही पल में यह कहते हुए बाहर निकले कि मेरे मतपत्रों पर पहले से सील लगी हुई थी। मुझे गलत मतपत्र दिए गए हैं। इस दौरान उन्होंने काफी हंगामा भी किया। निर्वाचन अधिकारी द्वारा जब उन्हें दूसरा मतपत्र नहीं दिया गया तो उन्होंने सील लगे मतपत्र को फाड़ दिया और वहां से बाहर चले गए।

प्रॉक्सी मतपत्र डालना हुआ विफल

मतदान समाप्ति के ऐन पहले एक कार में प्रॉक्सी मतपत्र इकट्ठे कर उन्हें एक साथ अंदर मतपेटी में डालने में कुछ लोग नाकामयाब रहे। इस दौरान एक पर्यवेक्षक रामनिवास अग्रवाल को वहां से बाहर निकलने को कहा गया, लेकिन उन्होंने यह कहकर बाहर जाने से मना कर दिया कि पेटियों पर सील लगने से पहले वे बाहर नहीं जाने वाले। इससे तमाम प्रॉक्सी मत बेकार हो गए। वहीं इस बात को लेकर विवाद भी हुआ।

फर्जी आईडी लेकर आने वाले को भगाया

मतदान के दौरान समूह क्रमांक 34/10 के सतीश मंगल की फर्जी आईडी बनाकर एक व्यक्ति चेम्बर में मतदान करने के लिए आया। फोटो का मिलान नहीं होने पर इस व्यक्ति को भगा दिया गया। यह व्यक्ति फर्जी आईडी के माध्यम से मतदान करना चाहता था।

इन्होंने किया मतदान

पूर्व महाधिवक्ता आर.डी. जैन, चेम्बर के पूर्व अध्यक्ष श्रीकृष्ण दास गर्ग, गोविंद दास अग्रवाल, वीरेन्द्र गंगवाल, विष्णु गर्ग, अशोक शर्मा, पूर्व पार्षद सुधीर गुप्ता, बलराम ढींगरा, अनिल सोमानी, अल्का श्रीवास्तव सहित महिला उद्यमी भी मतदान में शामिल रहीं।

झलकियां

♦ सनातन धर्म मंदिर मार्ग पूरा रहा प्रतिबंधित, वाहनों की आवाजाही पर रही रोक, जिससे इस क्षेत्र के बैंक और बाजार बंद रहे।

♦ मतदान के कारण रोशनीघर, अस्पताल रोड, नया बाजार, दाल बाजार एवं ललितपुर कॉलोनी में दिन भर बनी रही जाम की स्थिति और लोग होते रहे परेशान।

♦ राजमाता विजयाराजे सिंधिया सभागार में लगे कैमरों को बंद रखा गया। यद्यपि चेम्बर के कैमरामैन द्वारा रिकार्डिंग जरूर की जा रही थी।

♦ प्रत्याशियों के समर्थकों ने बेरीकेट्स के बाहर खड़े होकर मांगे वोट।

♦ ऐसे मतदाता, जो शहर से बाहर थे, उन्हें प्रत्याशियों द्वारा अपने निजी वाहन भेजकर बुलवाया गया और मतदान भी कराया।

♦ व्हाइट और क्रिएटिव हाउस के प्रत्याशियों को एक ही पंडाल के नीचे कुर्सियों पर बैठाया गया। यद्यपि वे बाहर भी चक्कर लगा आते थे।

♦ पांच बजे तक जितने भी लोग मतदान की लाइन में लगे थे, उन्हें अंदर कर मुख्य द्वार पर ताला लगा दिया गया।

♦ मोबाइलों को बाहर जब्त कराया।

♦ दो पर्यवेक्षकों अरविन्द अग्रवाल एवं रामनिवास अग्रवाल के अलावा किसी भी प्रत्याशी अथवा प्रतिनिधि को मतदान कक्ष में प्रवेश पर रोक लगी रही।

♦ चेम्बर भवन के बाहर जैसे ही प्रत्याशी अथवा उनके समर्थक झुण्ड बनाकर प्रचार करते पाए जाते थे वैसे ही पुलिस उन्हें खदेड़ देती थी।

♦ नहीं दिखे तंबू, झण्डे, बैनर, टोपी, टी-शर्ट, किराए के समर्थक। 

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