SwadeshSwadesh

आप बच्चें को स्वल्पाहार नहीं देते, बच्चे झूठ नहीं बोलते

Update: 2019-02-10 13:30 GMT

मंत्री इमरती देवी ने किया आंगनबाडिय़ों का निरीक्षण

ग्वालियर, न.सं.

बच्चों को स्वल्पाहार नहीं दिया गया है। आप बच्चों को झूठा-सच्चा पढ़ाकर बैठा देते हैं। बच्चे झूठ नहीं बोलते। वे सच बता ही देते हैं। यह बात महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने शनिवार को इन्द्रानगर स्थित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र के निरीक्षण के दौरान कार्यकर्ता पुष्पा पाराशर से नाराजगी जाहिर करते हुए कही। निरीक्षण के दौरान बताया गया कि आंगनबाड़ी में 130 बच्चे हैं। इस पर मंत्री इमरती देवी ने कहा कि यहां तो केवल 25 ही बच्चे दिख रहे हैं।

इस पर महिला बाल विकास अधिकारी राजीव सिंह ने बताया कि तीन से छह बर्ष के बच्चे रोज नहीं आते। इस दौरान मंत्री ने बच्चों से चर्चा करते हुए स्वल्पाहार के बारे में पूछा तो एक बच्चे ने बताया कि अभी उन्हें स्वल्पाहार मिला ही नहीं है। इस पर मंत्री इमरती देवी ने कार्यकर्ता के प्रति नाराजगी व्यक्त की। कार्यकर्ता का कहना था कि स्वल्पाहार में उपमा बना है और बच्चे उपमा ठीक से बोल नहीं पाते, इसलिए स्वल्पाहार नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। निरीक्षण की शुरूआत चमड़ा मिल स्थित आदर्श आंगनबाड़ी केन्द्र से हुई, जहां मंत्री इमरती देवी ने स्वल्पाहार में बना उममा खाया और कहा कि यह स्वल्पाहार बड़े बच्चों के लिए तो ठीक है, लेकिन छोटे बच्चों के लिए इसमें मटर व हरी सब्जी डालो तभी बच्चे इसे खाएंगे। इस दौरान मंत्री इमरती देवी ने बालाजी शिशु कल्याण केन्द्र, बाल संप्रेक्षण गृह, मातृछाया शिशु कल्याण केन्द्र, वन स्टाप सेंटर एवं अल्पकालीन महिला सुधार गृह का भी निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आंगनबाड़ी केन्द्रों में बच्चों को मिलने वाला स्वल्पाहार एवं भोजन गुणवत्तापूर्ण और पोषण युक्त होना चाहिए। बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्र में अच्छा माहौल और देखभाल मिले। इस पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए।

पोषण पुनर्वास केन्द्र का भी किया निरीक्षण

मंत्री इमरती देवी ने थाटीपुर स्थित एनआरसी (पोषण पुनर्वास केन्द्र) का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने 12 माह के एक बच्चे के स्वास्थ्य के बारे में भी चिकित्सकों से चर्चा की। चिकित्सकों का कहना था कि बच्चे को किडनी में परेशानी है, जिसके उपचार के लिए बच्चे को तीन बार भर्ती भी किया जा चुका है। इस दौरान मंत्री ने अधिकारियों से पूछा कि कमलाराजा अस्पताल के एसएमसीयू में भर्ती कुपोषित बच्चों को पोषण आहार दिया जाता है, लेकिन मां को क्यों नहीं दिया जाता? इस पर अधिकारियों ने बताया कि एनआरसी में मां को खाना देने की व्यवस्था है, लेकिन अस्पताल के निमय में नहीं है। इस दौरान बच्चों को दिए जा रहे आहार की भी जानकारी चिकित्सकों ने दी। 

वन स्टाफ सेन्टर की प्रभारी मिली अनुपस्थित

आंगनबाड़ी केन्द्रों के निरीक्षण के बाद मंत्री इमरती देवी जयारोग्य चिकित्सालय परिसर में संचालित वन स्टाप सेंटर एवं अल्पकालीन महिला सुधार गृह भी पहुंचीं और वहां उपस्थित महिलाओं का हाल चाल जाना। वन स्टाफ सेंटर में जिस समय मंत्री पहुंचीं तो वहां उन्हें प्रभारी उर्मिला यादव मौजूद नहीं मिली। इस पर उन्होंने अधिकारियों से नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान मंत्री ने महिलाओं व लड़कियों से चर्चा भी की। 

Similar News