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महल को बड़ी पटखनी, ग्वालियर-भिंड में राजा ने दिलाए अपनों को टिकट

Update: 2019-04-14 07:26 GMT

ग्वालियर। गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया भले ही कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं, लेकिन अपनी रियासत में ही उनका कद पार्टी नेतृत्व ने बौना कर दिया है। पार्टी ने काफी मशक्कत के बाद ग्वालियर और भिंड दोनों जगह से पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने अपने चहेतों को टिकट दिलाने में बाजी मार ली है। लगातार चौथी बार चुनाव मैदान में उतर रहे अशोक सिंह ने अगर बाजी पलट दी, तो सिंधिया रियासत के लिए बड.ी मुश्किल हो जाएगी ।

स्व.माधवराव सिंधिया के जमाने से ग्वालियर-चंबल की चारों लोकसभा सीट पर टिकट माधवराव के इशारे पर मिला करते थे, लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया वह करिश्माई व्यक्तित्व बना नहीं पाए। चुनावी युद्ध से पहले टिकट के खेल में वह पस्त होते दिखाई दिये। वे मुरैना से रामनिवास रावत को टिकट राम-राम कहकर ही दिला पाए। शनिवार को जब ग्वालियर और भिंड के नाम घोषित हुए तो लगातार तीन बार लोकसभा का चुनाव हार चुके अशोक सिंह पर चौथी बार भी पार्टी नेतृत्व ने भरोसा दिखाया। इससे पहले अशोक सिंह 2014 का चुनाव केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर और 2009 में भाजपा नेत्री यशोधरा राजे सिंधिया के हाथों शिकस्त झेल चुके हैं। 2009 के चुनाव से पहले ग्वालियर में हुए उपचुनाव में भी यशोधरा ने अशोक सिंह को मात दी थी।

उधर, ज्योतिरादित्य सिंंधिया ने ग्वालियर से अपने कद्दावर चहेतों को गुना,शिवपुरी शिफ्ट कर दिया है। भिंड में अप्रत्याशित रूप से कमजोर आंके जा रहे देवाशीष जारौरिया को भी टिकट थमा दिया है। देवाशीष इसे युवा शक्ति की ताकत मान रहे हैं। हालांकि पिछले तीन दशक से भिंड पर भाजपा का कब्जा है। इस बार देवाशीष यह सीट कांग्रेस की झोली में डाल पाएंगे या नहीं यह तो भिंड-दतिया के कांग्रेसी क्षत्रप ही तय करेंगे।

बसपा निभाएगी महत्वपूर्ण भूमिका

हालांकि विधानसभा चुनाव में बसपा का जादू सिमट गया था, लेकिन इस लोकसभा चुनाव में बसपा फिर अपनी पुरानी ताकत दिखा सकती है। चूंकि भिंड से भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवार में करंट नहीं दिख रहा है। अगर बसपा ने कंरट वाले उम्मीदवार को मैदान में उतार दिया तो तस्वीर बदल सकती है। बसपा से टिकट के लिए भिंड की पूर्व जनपद अध्यक्ष संजू जाटव ने जोरआजमाइश शुरू कर दी है। इसी तरह ग्वालियर की तस्वीर नजर आ रही है। यहां से भी कोई भाजपा या कांग्रेस का नाराज चेहरा हाथी की सवारी गांठ सकता है। लेकिन पहले बहन जी के सामने अपनी झोली कौन ढ़ीली करेगा, उसी आधार पर टिकट तय होगा।

अर्गल कर सकते हैं आज बड़ा धमाका

मुरैना के महापौर एवं पूर्व सांसद अशोक अर्गल रविवार शाम तक कोई बड़ा धमाका कर सकते हैं। उनके द्वारा शाम छह बजे मीडिया को आम्बेडकर पार्क फूलबाग में बुलाया गया है। फोन स्विच ऑफ होने से बात नहीं हो पा रही है। अर्गल भिंड सीट से भाजपा द्वारा टिकट न दिए जाने से नाराज चल रहे हैं। कांग्रेस से ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी दम लगाया, लेकिन बात नहीं बनी। 

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