SwadeshSwadesh

पांच साल से ग्वालियर आ रहा था जेहादी वकार

पुलिस का इंटेलीजेंस पूरी तरह विफल

Update: 2018-07-11 07:30 GMT

ग्वालियर/विशेष प्रतिनिधि। शहर की आवोहवा में जहर घोलने ग्वालियर आए मोहम्मद वकार नामक कश्मीरी जिहादी के हिंदूवादी संगठनों को सीधे-सीधे ललकारने और चुनौती देने के मामले से सनसनी फैली हुई है। पता लगा है कि यह जिहादी अपनी पत्नी के साथ पिछले पांच साल से गांधीनगर के गिरनार गेस्ट हाउस में आकर ठहरता था। वह अपनी पत्नी को जीवाजी विश्वविद्यालय से किसी विषय में पीएचडी करा रहा है। इस सनसनीखेज खुलासे के बाद पुलिस के हाथ इस जिहादी के बारे में अभी तक कोई सुराग नहीं लगा है, वहीं पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन का कहना है कि इस व्यक्ति के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है, हमारी टीम जांच में लगी हुई है।

उल्लेखनीय है कि मोहम्मद वकार नामक कश्मीरी जेहादी युवक के ग्वालियर आकर हिंदूवादी संगठनों को ललकारने के मामले की सर्वप्रथम खबर का प्रकाशन मंगलवार को दैनिक स्वदेश ने किया है। यहां बता दें कि पिछले दिनों एक बांग्लादेश का व्यक्ति लंबे समय से ग्वालियर में पड़ाव थाना क्षेत्र में रह रहा था,जो कि पुलिस अभिरक्षा से फरार होने पर एक महीने के बाद जैसे तैसे पकड़ा जा सका था, इससे लग रहा है कि शहर में पुलिस का इंटेलिजेंस तंत्र कहीं न कहीं कमजोर साबित हो रहा है। क्योंकि बंाग्लादेशी व्यक्ति की घटना को अभी लोग भूले भी नहीं थे कि वकार ने ग्वालियर में न सिर्फ तीन दिन तक डेरा डाला बल्कि, रेलवे स्टेशन के पास बीच रोड पर खड़े होकर जो वीडियो वायरल किया, उससे हिंदूवादी संगठनों को भड़काने की कोशिश की गई है। उसने अपने वीडियो में जिस संगठन का नाम लेकर अध्यक्ष को ललकारा है, उस संगठन में अध्यक्ष होता ही नहीं है। लेकिन वह बार-बार कह रहा है कि मैं ग्वालियर में गांधीनगर के एक गेस्ट हाउस में ठहरा हूं जिसे निपटना है वह यहां आ जाए, हालांकि उसने यह वीडियो 8 जुलाई को वायरल किया है, और वह उसी रात यहां से ट्रेन में बैठकर गायब हो गया। वह 5 से 8 जुलाई तक गिरनार गेस्ट हाउस में रुका था। लेकिन तीन दिन तक पुलिस के इंटेलीजेंस तंत्र को उसकी कोई जानकारी नहीं मिल सकी। उधर इस मामले में गिरनार गेस्ट हाउस के भूपेंद्र सिंह पटेल का कहना है कि यह शख्स पिछले पांच साल से इसी गेस्ट हाउस में आकर रुकता रहा है।

वह यह कहता था कि वह अपनी पत्नी रश्मि भट्टी को जीवाजी विश्वविद्यालय से पीएचडी करा रहा है। इसलिए दो-तीन महीने के अंतराल में अक्सर यहां आकर ठहरता था। इसके पहले वह डेढ़ महीने पूर्व यहां आया था।इन दोनों ने गिरनार गेस्ट हाउस में जो आईडी जमा कराए हैं,उसमें वकार ने बनामंडी राजौरी,जम्मू का आधार कार्ड लगाया है,जिसका नंबर 408336625472 है,जबकि उसकी पत्नी ने म्यूनिसिपल कारपोरेशन जम्मू में कार्य करने का परिचय पत्र लगाया है।जिसमें उसका मोबाइल नंबर 9103512141 दर्शाया गया है,लेकिन प्राथमिक तौर पर यह माना जा रहा है कि यह आईडी फर्जी हो सकते हैं क्योंकि जिहादी तरीके से हिंदू संगठनों को धमकी देने वाला शख्स अपने असली प्रमाण यहां नहीं छोड़ सकता। इस मामले में पुलिस जांच में जुट गई है,लेकिन अभी तक इन दोनों कथित पति पत्नी के बारे में कोई जानकारी पुलिस के पास नहीं है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दिया ज्ञापन

इस सिलसिले में मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता नितिन शुक्ला,आशीष तिवारी,अमित जादौन, मनीष शर्मा,आकाश देव, सोनवीर राणा, संतोष सिकरवार आदि ने एक ज्ञापन पुलिस कप्तान नवनीत भसीन को देकर कहा है कि मोहम्मद वकार नामक युवक ने फेसबुक पर वीडियो डालकर ग्वालियर और देशवासियों को चुनौती देकर यह कहा है कि देश में अब गुलाम-ए-मुस्तफा का कानून चलेगा। इस देश में यही कानून चलता आया है और कयामत तक चलेगा।उसने खुले तौर पर देश के कानून को धता बताते हुए संविधान को चुनौती दी है।यह कृत्य देश की एकता,अखंडता, संप्रभुता एवं राष्ट्र की सुरक्षा को सीधे तौर पर चुनौती है। इस वीडियो से दो समुदायों के बीच दंगा भड़काने की कोशिश की गई है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं ने दिया ज्ञापन: जिससे शहर एवं देश की कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है।अत: इस मामले में मोहम्मद वकार के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। इसपर श्री भसीन ने सामाजिक कार्यकर्ताओं को भरोसा दिलाया कि वकार के बारे में पुलिस के सूचना तंत्र को भी कुछ जानकारी मिली हैं,जिसके आधार पर जांच करा रहे हैं और जल्द से जल्द आपत्तिजनक वीडियो वायरल करने वाले युवक की गर्दन तक पुलिस के हाथ पहुंच जाएंगे।

यह बेहद गंभीर मामला है, इसे संज्ञान में लिया गया है और पुलिस कप्तान स्वयं इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। शीघ्र ही युवक के बारे में पता लगा लिया जाएगा।

अंशुमन यादव

पुलिस महानिरीक्षक, ग्वालियर रेंज 

Similar News