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टेक्सटाइल सेक्टर को राहत, GST काउंसिल ने कर की दर बढ़ाने का निर्णय टाला

Update: 2021-12-31 07:45 GMT

नईदिल्ली। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की नीति-निर्धारक संस्था जीएसटी काउंसिल ने कई राज्यों की आपत्तियों के बाद कपड़ा उत्पादों पर शुल्क की दर को 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने का फैसला टाल दिया है। काउंसिल की बैठक के बाद वित्त मंत्री ने टेक्सटाइल्स पर टैक्स 5 फीसदी पर बनाए रखने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि कई चीजों पर जीएसटी की दर को तर्कसंगत बनाने के लिए एक समिति बनाई गई है, जो फरवरी में अपनी रिपोर्ट देगी। वहीं, एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि खुफिया जानकारी के आधार पर एजेंसियां छापेमारी और अन्य कार्रवाई करती है। 

केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई जीएसटी काउंसिल की 46वीं बैठक में कपड़ा उत्पादों पर जीएसटी दर में वृद्धि को एक जनवरी, 2022 से लागू नहीं करने का फैसला किया गया। दरसअल सितंबर में इसे 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने का फैसला लिया गया था। सीतारमण ने काउंसिल की बैठक के बाद आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि कपड़ा उत्पादों पर शुल्क वृद्धि के फैसले को टालने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि कपड़ा उत्पादों पर पहले की तरह 5 फीसदी की ही दर से शुल्क लगेगा। 

उन्होंने कहा कि जीएसटी दरों को तर्कसंगत बनाने के लिए गठित राज्यों के वित्त मंत्रियों के समूह को कपड़ों पर शुल्क की दर में बढ़ोतरी पर विचार करने को कहा गया है। मंत्री समूह को फरवरी, 2022 के अंत तक अपनी रिपोर्ट देने को कहा गया है। कपड़ों के साथ जूता-चप्पल (फुटवियर) पर भी एक जनवरी से शुल्क वृद्धि का फैसला हुआ था। लेकिन, इस पर शुल्क टालने के अनुरोध को नहीं माना गया। इसका मतलब है कि जूता-चप्पल पर एक जनवरी से 12 फीसदी की दर से शुल्क लगेगा। बता दें कि इस साल सितंबर में लखनऊ में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में टैक्सटाइल्स और शूज पर जीएसटी दर 5 फीसदी से बढ़ाकर 12 फीसदी करने का फैसला लिया गया था, जो 1 जनवरी 2022 से लागू होने वाला था। 

इस बीच संवाददाताओं के पूछे गए आयकर छापे के एक सवाल के जवाब में वित्त मंत्री ने कहा कि कानून और प्रवर्तन एजेंसियां प्राप्त खुफिया जानकारी के आधार पर छापे और तलाशी की कार्रवाई करती हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या आयकर अधिकारी कार्रवाई के बाद खाली हाथ लौटे? निर्मला सीतारमण ने कहा कि आयकर विभाग ने कदम उठाने लायक खुफिया जानकारी के आधार पर कन्नौज से समाजवादी पार्टी के विधान परिषद सदस्य समेत कई अन्य जगहों पर उत्तर प्रदेश में छापे मारे। सीतारमण ने कन्नौज में ईत्र कारोबारी पीयूष जैन के यहां से बरामद करोड़ों रुपये की नकदी के बारे में कहा कि यह भाजपा का पैसा नहीं है।

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